तिल्दा नेवरा।
दिलीप वर्मा।
कठिया पचरी चूना खदान के लिए ग्राम आलेसुर में की गई जनसुनवाई, ग्रामीणों का पुरजोर विरोध।
तिल्दा ब्लॉक के ग्राम कठिया नंबर 1 व पचरी में मंगलम सीमेंट कंपनी के लिए चुना खदान स्थापित किया जाना है जिसके लिए जनसुनवाई आज सोमवार को ग्राम आलेसुर में किया गया था, जनसुनवाई में बहुत कम ग्रामीण उपस्थित हुए दिलचस्प बात यह रही कि गांवो से एक भी महिला जनसुनवाई में उपस्थित नहीं हुई।।
जनसुनवाई प्रारंभ होने के थोड़ी देर बाद ग्राम कठिया के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित हुए जिन्होंने पुरजोर विरोध किया उक्त जनसुनवाई में ग्राम कठिया से पहुंचे नागरिकों का सीधा सा आरोप था कि उक्त जनसुनवाई गुपचुप तरीके से की जा रही है कठिया के किसी भी ग्राम पंचायत, शासकीय भवन, गली मोहल्ले कहीं भी इसकी सूचना नहीं दी गई है, और सबसे बड़ी बात यह है कि जब कठिया और पचरी के जमीन पर यह चूना खदान प्रस्तावित है तो कठिया में जनसुनवाई क्यों नहीं की जा रही है , बहुत दूर आलेसुर में इसकी जनसुनवाई क्यों आहूत की गई है।
सतनामी समाज के पप्पू पुरैना एवं उनके समर्थकों ने भारी संख्या में उपस्थित होकर उक्त जनसुनवाई का घोर विरोध किया साथ ही उक्त जनसुनवाई को रद्द करने की मांग की गई वहीं सामाजिक कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला ने पुरजोर विरोध किया एवं कई बिंदुओं पर प्रकाश डाला उन्होंने कई तरह के सवाल खड़े किए और जनसुनवाई को स्थगित करने की मांग की वहीं पेंड्रा वन जलाशय बचाओ किसान संघर्ष समिति के सचिव घनश्याम वर्मा ने भी जनसुनवाई का विरोध किया।
वहीं उक्त जनसुनवाई का सरपंच संघ के अध्यक्ष व पचरी के सरपंच अभिषेक वर्मा ने समर्थन किया साथ ही कुछ अन्य लोगों द्वारा भी समर्थन की बात कही गई, लेकिन ग्रामीणों का पूर्णतः विरोध के स्वर यहां पर देखा गया।
वहीं ग्रामीणों ने यह भी कहा कि अगर इस जनसुनवाई की जानकारी होती तो और भी तगड़ा विरोध होता।
सवाल भी उठाया गया की पूरी कुर्सियां खाली है और बाहर से कुछ लोग आकर समर्थन कर रहे हैं जो कि गलत है और इस जनसुनवाई को रद्द कर देना चाहिए।
बाद में एडीएम ने जनसुनवाई संपन्न होने की घोषणा की।