*प्रकृति की गोद में बच्चों ने मनाई पुन्नी की खुशियां — स्वादिष्ट व्यंजनों संग झूमे कदम*

*प्रकृति की गोद में बच्चों ने मनाई पुन्नी की खुशियां — स्वादिष्ट व्यंजनों संग झूमे कदम*

*प्रकृति की गोद में बच्चों ने मनाई पुन्नी की खुशियां — स्वादिष्ट व्यंजनों संग झूमे  कदम*
*प्रकृति की गोद में बच्चों ने मनाई पुन्नी की खुशियां — स्वादिष्ट व्यंजनों संग झूमे  कदम* 
ग्राम भरुवाडीह कला में पुन्नी का त्यौहार पारंपरिक उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जहां गांव के लोग अपने-अपने अंदाज में इस त्यौहार का आनंद ले रहे थे, वहीं बच्चों ने इस दिन को विशेष और यादगार बनाने के लिए प्रकृति की गोद में पिकनिक मनाई। हरे-भरे वातावरण में बच्चों ने खेलकूद, गीत-संगीत और हंसी-खुशी के बीच त्यौहार की खुशियों का आनंद लिया। इस अवसर पर बच्चों ने स्वयं अपने हाथों से विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट पकवान बनाकर उत्सव की रौनक को और बढ़ा दिया। पकवानों की खुशबू और बच्चों की खिलखिलाहट से पूरा माहौल
 उत्सवमय हो गया। इस मौके पर प्रमोद निषाद, शाहिद ध्रुव, राजीव निषाद, नितिन ध्रुव, कन्या निषाद, साक्षी निषाद, पूनम साहू, सीमा साहू, ज्योति निषाद एवं डागेश्वरी साहू ने मिलकर त्यौहार की खुशियों को और भी रंगीन बना दिया।
इस अवसर पर शिक्षक धीरेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि “पुन्नी केवल एक त्यौहार नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, प्रकृति और आपसी एकता का प्रतीक है। जब बच्चे खुले वातावरण में प्रकृति के सानिध्य में समय बिताते हैं, तो उनमें समाज और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता विकसित होती है। ऐसे आयोजन नई पीढ़ी को अपनी जड़ों और परंपराओं से जोड़ने का उत्तम माध्यम हैं।”

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