*रामलीला का मंचन हमारी सनातन संस्कृति की अमूल्य धरोहर है : पुष्पेन्द्र चंद्राकर*

*रामलीला का मंचन हमारी सनातन संस्कृति की अमूल्य धरोहर है : पुष्पेन्द्र चंद्राकर*

*रामलीला का मंचन हमारी सनातन संस्कृति की अमूल्य धरोहर है : पुष्पेन्द्र चंद्राकर*
*रामलीला का मंचन हमारी सनातन संस्कृति की अमूल्य धरोहर है : पुष्पेन्द्र चंद्राकर*

*रावण दहन एवं रामलीला के मंचन में चिचलगोंदी पहुँचे पूर्व जिला पंचायत सदस्य
     *गुंडरदेही :-* धर्म और संस्कृति के अद्भुत संगम के बीच अग्रसेन रामलीला कमेटी एवं ग्रामवासियों के द्वारा दशहरा के शुभ अवसर पर शुक्रवार को ग्राम चिचलगोंदी में रावण दहन कार्यक्रम तथा रामलीला का मंचन हुआ। दशहरा पर्व पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद वध का मंचन किया गया और वहाँ लगाए गए रावण के पुतले का दहन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व जिला पंचायत सदस्य बालोद पुष्पेंद्र चंद्राकर शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच मीना दिल्लीवार ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में जनपद सदस्य ओमेश्वर साहू,राकेश दिल्लीवार, देवकुमार दिल्लीवार, उपसरपंच संतोष ठाकुर, आदि शामिल हुए। रामलीला के इस कार्यक्रम के मंच से राम वनवास, केवट लीला और सीता हरण जैसे महत्वपूर्ण और भावुक प्रसंगों का मंचन किया गया एवं दशहरा की शाम को रावण वध का मंचन किया गया। मुख्य अतिथि पुष्पेंद्र चंद्राकर ने रामलीला मंचन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि रामलीला के माध्यम से हमें धर्म, मर्यादा, त्याग और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कमेटी के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजन नई पीढ़ी को अपनी जड़ों और मूल्यों से जोड़े रखने में सहायक होते हैं। उन्होंने कहा कि कहा कि रामलीला का मंचन हमारी सनातन संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। और इस धरोहर को आगे नई पीढ़ियों तक पहुंचाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। कार्यक्रम को अन्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। मंचन देखने के लिए भारी संख्या में भीड़ उमड़ी और कार्यक्रम में काफी उत्साह देखने को मिला। इस अवसर पर खूबलाल साहू, नोहर साहू,शत्रुहन ठाकुर,ममता साहू, भारती दिल्लीवार,यशवंत यदु, शिवदयाल देशमुख, मालती दिल्लीवार तथा बड़ी संख्या में ग्रामवासियों की उपस्थिति रही।

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