*डॉ.प्रतीक उमरे ने राहुल गांधी की 'झूठ बोलने की लत' छुड़ाने के लिए भेजी महात्मा गांधी की आत्मकथा 'सत्य के प्रयोग'*
*डॉ.प्रतीक उमरे ने राहुल गांधी की 'झूठ बोलने की लत' छुड़ाने के लिए भेजी महात्मा गांधी की आत्मकथा 'सत्य के प्रयोग'*
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा भाजपा पर लगाए जा रहे वोट चोरी के निराधार आरोपों के बीच दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने एक अनोखी पहल की है। डॉ. प्रतीक उमरे ने राहुल गांधी को एक्स पर संबोधित करते हुए उनके द्वारा बार-बार बोले जा रहे झूठों को उजागर किया और उन्हें महात्मा गांधी की प्रसिद्ध आत्मकथा 'सत्य के प्रयोग' की प्रति प्रेषित किया है।उनका उद्देश्य राहुल गांधी को सत्य का पालन करने की प्रेरणा देना है,ताकि वे झूठ की इस 'लत' से मुक्त हो सकें।डॉ. प्रतीक उमरे ने राहुल गांधी के हालिया बयानों पर तीखा प्रहार किया है।राहुल गांधी ने हाल ही में भाजपा पर चुनावी वोट चोरी का आरोप लगाया था जिसे डॉ. प्रतीक उमरे ने विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों के आधार पर पूरी तरह खारिज कर दिया।उन्होंने ट्वीट के माध्यम से राहुल गांधी को चेतावनी दी कि ऐसे निराधार आरोप लोकतंत्र के लिए हानिकारक हैं और इससे विपक्ष की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं।डॉ. प्रतीक उमरे ने अपने ट्वीट में कहा, "राहुल गांधी जी,मैं आपके लिए चिंतित हूं,क्योंकि झूठ बोलने की आपकी आदत अब लत बन गई है।आपको इससे मुक्ति सिर्फ गांधी जी के मंत्र से ही मिल सकती है।आप झूठ की लत से बाहर निकल सकें,इसलिए मैं आपको गांधी जी की आत्मकथा 'सत्य के प्रयोग' भेज रहा हूं।डॉ. प्रतीक उमरे ने स्पष्ट किया कि यह किताब महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर आधारित है,जो राहुल गांधी जैसे राष्ट्रीय नेता के लिए अनिवार्य पठन होनी चाहिए।इस घटना का संदर्भ राहुल गांधी के उन बयानों से जुड़ा है,जहां उन्होंने बिना ठोस प्रमाण के भाजपा पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के माध्यम से वोट चोरी का आरोप लगाया।डॉ. प्रतीक उमरे ने विभिन्न प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित रिपोर्टों का हवाला देते हुए बताया कि चुनाव आयोग द्वारा कई बार ईवीएम की पारदर्शिता की पुष्टि की जा चुकी है।उन्होंने कहा कि ऐसे आरोप राजनीतिक लाभ के लिए फैलाए जा रहे हैं,जो देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करते हैं।उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य को अपना सबसे बड़ा हथियार माना था।आज के राजनीतिक परिदृश्य में भी हमें उनके सिद्धांतों का पालन करना चाहिए।राहुल गांधी को यह किताब पढ़ने से निश्चित रूप से लाभ होगा और वे भविष्य में तथ्यों पर आधारित बयान देंगे।
भवदीय
डॉ. प्रतीक उमरे
पूर्व एल्डरमैन
नगर निगम दुर्ग।