दुर्ग से गुंडरदेही-बालोद तक चार सिटी बसों को चलाने अब तक नहीं मिल पाई अनुमति

दुर्ग से गुंडरदेही-बालोद तक चार सिटी बसों को चलाने अब तक नहीं मिल पाई अनुमति

दुर्ग से गुंडरदेही-बालोद तक चार सिटी बसों को चलाने अब तक नहीं मिल पाई अनुमति

दुर्ग से गुंडरदेही-बालोद तक चार सिटी बसों को चलाने अब तक नहीं मिल पाई अनुमति

दुर्ग जिले के भिलाई में खड़ी चार सिटी बस को 2019 में बालोद रूट पर चलाने की योजना तो बनी है, लेकिन रूट प्रकाशन व परमिट जारी न होने से मामला अटका हुआ है। यूं कहे कि तीन साल से कागजों में ही सिटी बसें दौड़ रही है। जबकि दुर्ग के तत्कालीन कमिश्नर दिलीप वासनीकर ने अपने कार्यकाल में सिटी बस चलाने मंजूरी दी थी।

परिवहन मंत्री ने प्रस्ताव भी मंगाया था, लेकिन तस्वीर बदल नहीं पाई है, हालात जस की तस है। स्थानीय अफसरों के अनुसार जब तक रूट प्रकाशन नहीं होगा, तब तक परमिट भी जारी नहीं होगा। दो साल पहले दुर्ग से गुंडरदेही रूट पर सिटी बस चल रही थी, उसके भी पहिए अब तक थमे हुए है।

सोमवार को दुर्ग में परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने यातायात विभाग के अधिकारियों, यूनियन ट्रांसपोर्ट के सदस्यों व अन्य संबंधितों की बैठक ली। दुर्ग शहर के 16 रूट में सिटी बस चलाने का निर्णय लिया गया है। लेकिन इनमें बालोद जिले का एक भी रूट शामिल नहीं है।

रूट प्रकाशन होने के बाद ही सिटी बसें चल पाएंगी

सिटी बस चलाने के लिए रूट प्रकाशन होना अनिवार्य है। यह काम रायपुर स्तर से होगा। इसके लिए बालोद, दुर्ग आरटीओ, कमिश्नर सहमति दे चुके है। रुट प्रकाशन में ही तीन माह से ज्यादा समय लगता है। जब यह प्रोसेस होगा तभी बस संचालन के लिए रास्ता साफ हो पाएगा।

2020 से दुर्ग-गुंडरदेही के बीच सिटी बसों का संचालन बंद

दुर्ग से गुंडरदेही के बीच जिस चार सिटी बस को चलाना था, वह वर्तमान में भिलाई नगर निगम के डिपो में शोपीस साबित हो रही है। मार्च 2020 से अब तक दुर्ग से गुंडरदेही मुख्य मार्ग में सिटी बस चल नहीं रही है। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।

कोरोना काल लॉकडाउन के बाद से सिटी बस को बंद करने का निर्णय लिया गया था। अब तक यही स्थिति है। जबकि 100% निजी बसें चल रही है। वहीं गुंडरदेही तक चलने वाली सिटी बस का ही विस्तार बालोद तक करने का प्लान भी बना है। जो फिलहाल फाइल में कैद है। जबकि बालोद में सिटी बस चलाने 2019 में नगरीय प्रशासन मंत्री, संसदीय सचिव, दुर्ग कमिश्नर, कलेक्टर की सहमति के बाद बालोद आरटीओ प्रस्ताव भेज चुके हैं। लेकिन अब तक कुछ नहीं हुअा।

जिम्मेदार पहले कह रहे थे पुरानी एजेंसी का ठेका रद्द, इसलिए नहीं चल रही सिटी बस ॉ

बालोद में आखिर सिटी बस क्यों नहीं चल रही, क्या दिक्कत आ रही है, इसको लेकर पहले आरटीओ सहित संबंधित अफसरों का तर्क था कि पुरानी एजेंसी का ठेका निरस्त हो चुका है, नई एजेंसी तय नहीं हो पाई है। एजेंसी तय व मेंटेनेंस के बाद सिटी बस दोबारा शुरू होगी। लेकिन अब नई एजेंसी तय होने के बाद भी मामला अटका हुआ है। बहरहाल रूट प्रकाशन यानी सिटी बस किस टाइमिंग अनुसार कब किस-किस रूट में चलेगी, इस संबंध में अधिसूचना जारी नहीं हो पाई है। ़

किस-किस रूट पर सिटी बस चलेगी, स्प्ष्ट नहीं

इस बार बस संचालन और मेंटनेंस का काम रिलायंस ट्रैवल को दिया गया है। आरटीओ प्रकाश रावटे ने बताया कि परिवहन मंत्री के बैठक के बाद किस-किस रूट में सिटी बस चलाने की अनुमति दी गई है, यह पता करके ही बता पाएंगे। गुंडरदेही, बालोद रूट में कब से सिटी बस चलेगी, इसकी जानकारी नहीं है।

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