केवटी-रायपुर के बीच 10 दिन से देरी से चल रही डेमू ट्रेन जिससे यात्री हो रहे परेशान

केवटी-रायपुर के बीच 10 दिन से देरी से चल रही डेमू ट्रेन जिससे यात्री हो रहे परेशान

केवटी-रायपुर के बीच 10 दिन से देरी से चल रही डेमू ट्रेन जिससे यात्री हो रहे परेशान

केवटी-रायपुर के बीच 10 दिन से देरी से चल रही डेमू ट्रेन जिससे यात्री हो रहे परेशान

केवटी से रायपुर तक चलने वाली डेमू ट्रेन पिछले 10 दिन से देरी से चल रही है। जिसके चलते यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को भी अंतागढ़ तक जाने वाली ट्रेन लगभग एक घंटे देरी से दल्लीराजहरा पहुंची। इसके बाद अंतागढ़ से छूटने के बाद आधा घंटा लेट आई। इसी तरह सोमवार रात भी देरी से पहुंची थी। गौरतलब है कि यह ट्रेन तीन फेरे लगाती है।

लेकिन किसी भी फेरे में समय पर नहीं पहुंच रही है। रात में आने वाली ट्रेन तो रोजाना 1 घंटे से ज्यादा लेट पर पहुंच रही है। जिससे यात्री परेशान रहते हैं। कई बार तो मालगाड़ी के लिए बीच रास्ते पर ही ट्रेन रोक दी जाती है। जबकि मालगाड़ी को कहीं भी रोक कर यात्रियों का ध्यान रखा जाना चाहिए। सुबह केवटी से रायपुर जाने वाली डेमू ट्रेन सुबह 5.50 को दल्ली से छूटती है। रायपुर से वापस आने के बाद अंतागढ़ तक जाती है। जब से ट्रेन का फेरा अंतागढ़ तक बढ़ाया गया है।

तब से रोज देरी से चल रही है। इस ट्रेन का रायपुर से दल्लीराजहरा पहुंचने का समय दोपहर 12.05 बजे है। दो मिनट रुकने के बाद अंतागढ़ के लिए रवाना हो जाती है। इसके बाद अंतागढ़ से दोपहर 2. 36 को दल्लीराजहरा पहुंचती है। दो मिनट रुक कर दुर्ग के लिए रवाना होती है। इसके बाद दुर्ग से दल्लीराजहरा शाम 6.45 को पहुंचती है। वापस दुर्ग के लिए 6.55 को रवाना होती है। इसी तरह दुर्ग से रात 9 बजे छूट कर रात 10.55 को दल्लीराजहरा पहुंचना होता है। लेकिन यह ट्रेन अब निर्धारित समय पर ना पहुंचकर लगभग 1 घंटे की देरी से चल रही है।

ट्रेन के शौचालय की नहीं होती सफाई, पंखे भी बंद

ट्रेन में सुविधा के अलावा सफाई का भी अभाव है। नियमित सफाई नहीं होने से चारों ओर गंदगी फैली रहती है। शौचालय की सफाई नहीं होने बदबू के कारण यात्री जाने से कतराते हैं। शौचालय के पास लगे सीट पर कोई नहीं बैठते। यदि मजबूरी में बैठते है तो नाक व मुंह में कपड़ा रखकर सफर करते हैं। वहीं यात्री भी खाने-पीने के बाद पाॅलीथिन, कागज ट्रेन में फेंक देते है। प्लेटफार्म में लगा पंखा यात्रियों के लिए चालू नहीं किया जाता है। उमस से लोग परेशान रहते है।

त्योहारी सीजन में बढ़ गई भीड़, नहीं मिल रही सीट

इस समय त्योहार का सीजन है। यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। दोपहर में अंतागढ़ से आने के कारण ट्रेन खचाखच भरी रहती है। इस कारण दल्ली आते तक सीट नहीं मिल पाती। लोगों के बैठने के लिए सीट नहीं होने से खड़े होकर सफर करना पड़ता है। लोग भीड़ होने के बाद भी ट्रेन में सफर करना पसंद करते है। क्योंकि बस में किराया दोगुनी व समय अधिक लगता है। स्टेशन मास्टर प्रशांत कुमार वर्मा ने कहा कि समय-समय पर सफाई होती है। यात्री शौचालय को गंदा कर देते हैं।

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