10 साल से उखड़ी पैरी-फुलझर सड़क पर 2.60 करोड़ से बिछाएंगे डामर की परत

10 साल से उखड़ी पैरी-फुलझर सड़क पर 2.60 करोड़ से बिछाएंगे डामर की परत

10 साल से उखड़ी पैरी-फुलझर सड़क पर 2.60 करोड़ से बिछाएंगे डामर की परत

10 साल से उखड़ी पैरी-फुलझर सड़क पर 2.60 करोड़ से बिछाएंगे डामर की परत

गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम पैरी से फुलझर तक 2.60 किलोमीटर मार्ग का नए सिरे से डामरीकरण किया जाएगा। प्रशासकीय व तकनीकी स्वीकृति के बाद काम शुरू होगा। हालांकि कब तक काम शुरू होगा, इस संबंध में विभागीय अफसर फिलहाल कुछ कहना नहीं चाह रहे है। लगभग 10 साल से क्षेत्र के ग्रामीण सड़क को संवारने की मांग करते आ रहे थे। लगातार आ रही मांग को ध्यान में रखकर सड़क निर्माण के लिए शासन ने जनप्रतिनिधि की अनुशंसा के बाद पीडब्ल्यूडी की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी है। पीडब्ल्यूडी के अनुसार पैरी से फुलझर तक पुल पुलिया सहित सड़क निर्माण कार्य के लिए राज्य बजट मंे 2 करोड़ 60 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। विभागीय जानकारी अनुसार सत्र 2022-23 में जरूरी काम कराने के लिए 65 लाख रुपए खर्च होना संभावित है। ग्रामीणों के अनुसार पहले डामरीकरण हुआ था, वह अब उखड़ रहा है, इस वजह से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। कुछ दिन से ज्यादा बारिश नहीं हो रही है इसलिए लोग आना-जाना कर रहे है।

बारिश में लोगों को होती है ज्यादा परेशानी

राहगीर उमेश, दयाराम, ज्ञानेश्वर ने बताया कि बारिश में कीचड़ होने से ज्यादा परेशानी होती है। फुलझर गांव में प्राथमिक स्कूल संचालित हो रही है। इसलिए आगे की पढ़ाई के लिए बच्चों को दूसरे गांव जाना पड़ता है। पैरी में मीडिल व हायर सेकेण्डरी स्कूल संचालित हो रही है। जहां 6वीं से 12वीं तक की पढ़ाई के लिए अधिकांश बच्चे इसी मार्ग के जरिए पहुंचते है। इसी मार्ग से कॉलेज के छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने के लिए बालोद व गुंडरदेही भी आना-जाना करते है। किसानों के अलावा आम लोग भी काम के सिलसिले में ब्लॉक व जिला मुख्यालय पहुंचते है। फुलझर-पैरी मार्ग आगे बिरेतरा से मिलता है इसलिए हल्दी, बेलौदी, माहुद सहित अन्य गांव के लोगों को भी सहूलियत होगी।

मेले में इस मार्ग से हजारों लोग पहुंचते हैं

सालों बाद लोगों को इस समस्या से राहत मिलने वाली है। सड़क डामरीकरण काम पूरा होने के बाद फुलझर, पैरी के अलावा आसपास गांव के लोगों को आने-जाने में सहुलियत होगी। गौरेया धाम पहुंचने के लिए भी लोगों को आसानी होगी। गौरेया धाम में हर साल आयोजित मेले में बालोद सहित दूसरे जिले के लोग पहुंचते है। शार्टकट मार्ग होने से कई गांव के लोग इसी मार्ग का उपयोग करते है। अतुल अवस्थी ने बताया कि मेरी जानकारी अनुसार 10 साल पहले सड़क का डामरीकरण हुआ था। कई जगह डामर उखड़ चुकी है, गिट्‌टी, मुरुम दिख रही है। कई जगह स्थिति अच्छी है। पैरी से फुलझर तक सड़क का डामरीकरण नए सिरे से होने से लोगों को राहत मिलेगी।

फुलझर व बिरेतरा के बीच रेलवे का अंडरब्रिज

फुलझर व बिरेतरा के बीच में रेलवे का अंडरब्रिज है। जहां से गुजरने के बाद लोगों का इस मार्ग से आना-जाना रहता है। मुकेश, कमल,टुकेंद्र, पवन ने बताया कि अंडरब्रिज होने की वजह से ट्रक, हाईवा बड़ी गाड़ियां गुजर नहीं पा रहे है लेकिन ट्रैक्टर सहित दोपहिया वाहन गुजर सकते है। ऐसे में डामरीकरण होने से अधिकांश लोग पैरी-फुलझर शार्टकट मार्ग का उपयोग कर सकेंगे। यह मार्ग आगे बिरेतरा से जुड़ता है। जहां से लोग गंतव्य स्थान में पहुंच सकेंगे। इस साल के राज्य बजट में शासन ने फुलझर-पैरी सड़क निर्माण प्रोजेक्ट को शामिल किया है। ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि बारिश के बाद विभागीय प्रक्रिया पूरी होते ही काम शुरू होगा। सड़क के अलावा जरूरत अनुसार पुल-पुलिया निर्माण किया जाएगा।

प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू होगा। विभाग के माध्यम से टेंडर जारी होने के बाद एजेंसी तय की जाएगी।

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