अंचल में पोला त्योहार को लेकर सजने लगी दुकानें

अंचल में पोला त्योहार को लेकर सजने लगी दुकानें

अंचल में पोला त्योहार को लेकर सजने लगी दुकानें

अंचल में पोला त्योहार को लेकर सजने लगी दुकानें

दल्लीराजहरा। अंचल में पोला का त्योहार 27 अगस्त को बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस त्योहार को किसानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। भाद्रपद मास की अमावस्या को मनाया जाने वाला यह त्योहार, खरीफ फसल के दूसरे चरण का कार्य (निंदाई कोड़ाई) पूरा होने के साथ फसलों के बढ़ने की खुशी में मनाया जाता है। त्योहार को लेकर जोर शोर से तैयारियां भी शुरु हो गई है। राजहरा के वार्ड क्रमांक चार स्थित मुख्य मार्ग में दर्जनों कुम्हार विभिन्न प्रकार के खिलौनों को लेकर पहुंचने लगे है कुम्हार आनंद कुमार, पेमीन बाई, सुखवनतीन बाई, शांति बाई, आनंदराम, समारू, रामू, उदय आवेश आदि ने बताया कि पोला पर्व में बैला और चक्की, चकला, बेलन के अलावा कई प्रकार के मिट्टी के खिलौने बनाए जा रहे हैं।

बड़ी संख्या में पोला पर्व पर बैला और पोला खिलौनों की बिक्री होती है। प्रतिवर्ष लाखों रुपये का व्यापार पोला में किया जाता है। इसी आशा में इस वर्ष भी मिट्टी के खिलौनों पर रंग रोगन कर अंतिम रूप दिया जा रहा है। दल्ली सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बैलों के श्रृंगार की सामग्री दुकानों में बड़े पैमाने पर दिखाई देने लगी है। कुछ वर्ष कोरोना के कारण पोला त्योहार सार्वजनिक रूप से मनाने की अनुमति नहीं थी। जिससे किसानों ने सादगीपूर्ण माहौल में त्योहार मनाया। इस वर्ष के हालात पिछले वर्ष की तुलना में अच्छा है।

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