बीएसपी के सेन्ट्रल गैरेज से गायब हुई दो ट्रक, आजतक पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं। खदान मजदूर संघ

बीएसपी के सेन्ट्रल गैरेज से गायब हुई दो ट्रक, आजतक पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं। खदान मजदूर संघ

बीएसपी के सेन्ट्रल गैरेज से गायब हुई दो ट्रक, आजतक पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं। खदान मजदूर संघ
खदान मजदूर संघ भिलाई संबंद्ध भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि विगत दिनों खदान मजदूर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल ने पर्सनल विभाग के प्रबंधक गिरीश मढेरिया को ज्ञापन सौंपकर सेन्ट्रल गैरेज राजहरा से गायब हुई दो गाड़ियों के बारे में जानकारी मांगी है। और ईस ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्य महाप्रबंधक खदान और जी, एम, इंचार्ज एम एंड एस को भी दिया है। 
               संघ के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद ने आगे बताया कि यूनियन को जानकारी मिली है कि सैंट्रल गैरेज राजहरा से दो ट्रक TATA 1210 मांडल गाड़ी नंबर CG07ZC 3169 और CG07ZC 3170 ये दोनों गाड़ियां सेन्ट्रल गैरेज राजहरा से गायब है। जबकि ऐसी जानकारी मिली है कि दोनों गाड़ियां चालू स्थिति में थी और गाड़ी नंबर CG07ZC 3170 , 26 जनवरी तक रनिंग कंडीशन में थी और 26 जनवरी को गाड़ी को गैरेज से बाहर भी निकाला गया था लेकिन उसके बाद से गाड़ी का कही कुछ पता नहीं चल रह है जोकि बहुत ही चिंता का विषय है क्योंकि सुरक्षा प्रथम का नारा देने वाली कंपनी में गाड़ी का गायब होना सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक है। और जो दूसरी गाड़ी है उसके बारे में पता चला है कि गाड़ी नंबर CG07ZC 3169 भी रनिंग कंडीशन में थी और वह भी गायब है और प्रबंधन के द्वारा पूरे आईओसी में खोजने पर भी आजतक नहीं मिली है। इससे ऐसा प्रतीत होता हैं कि किसी ने जानबूझकर गाड़ी को गायब कर दिया है या फिर चोरी करवा दिया है। क्योंकि ईस घटना की बीएसपी प्रबंधन को जानकारी हुए लगभग तीन चार महीने का समय हो चुका है। और आजतक गाडी का कुछ पता न चलना ईस बात को स्पष्ट करता है कि ईन गाड़ीयों बकायदा प्लानिंग बनाकर गायब किया है। कुछ लोग ऐसी भी आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि ईन गाड़ियों को दूसरे प्रदेश में चलवाया जा रहा हों। कुछ लोगों का कहना है कि हो सकता है कुछ लोग मिलीभगत करके गाड़ियों स्क्रेब के साथ कटवा कर बेच दिया हो। मगर ये सारी आशंकाएं हैं। 
             संघ ने अपने ज्ञापन में महाप्रबंधक खदान को स्पष्ट लिखा है कि ईसके लिए जो भी ज़िम्मेदार है उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही के अलावा अपराध भी पंजीबद्ध करवाया जाएं। क्योंकि ऐसा लगातार देखने में आ रहा है कि जो लोग कंपनी को नुक्सान पहुंचाने में लगे हैं चाहे वह बड़ा आर्थिक नुकसान ही क्यों न हो कंपनी के ही बड़े अधिकारी उसे बचाने में लग जाते हैं जोकि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि यह कंपनी पब्लिक सेक्टर है यहां जनता का पैसा भी लगा हुआ है इसलिए कंपनी के जिम्मेदार लोग अपने आपको मालिक न समझे और नियमों का पालन करते हुए ऐसे लोगों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाएं जो कंपनी में काम करते हुए कंपनी को ही लूटने में लगे हैं। अन्यथा संघ को स्वयं आगे बढकर ईस मामले में अपराध पंजीबद्ध कराना होगा जिससे एक उदाहरण ईस कंपनी में भी जाएं और ऐसे भ्रष्ट लोगों को भी की भले ही तूम पर कंपनी के जिम्मेदार लोग किसी प्रकार की कार्यवाही न करके लीपापोती में लगे हुए है मगर संघ ईसके लिए अपराध पंजीबद्ध करवायेगा।
   संघ को ऐसी भी जानकारी मिली है कि सेन्ट्रल गैरेज राजहरा में डीजल के हिसाब किताब में भी भारी गड़बड़ी है ऐसा पता चला है कि सुबह 05 बजे ही गैरेज से गाड़ी निकालकर डीजल की चोरी की जाती रही है। मगर उसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी किसी भी प्रकार की कार्यवाही करते नजर नहीं आ रहें हैं जोकि ईस कंपनी के लिए चिंता का विषय है। क्योंकि ईसी तरह के भ्रष्टाचार के कारण सेल देश में आज तीसरे नंबर पर पहुंच चुका है और कंपनी के द्वारा लगातार कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों की सुविधाओं में कटौती किया जा रहा है ईसबात का हवाला देकर की कंपनी की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और दूसरी तरफ कुछ लोग खुलेआम कंपनी को लूटकर अपनी जेबें भरने में लगे हुए हैं। और कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी ऐसे लोगों को मौन सहमति दें रहें हैं जोकि कंपनी के लिए चिंता का विषय है और उन कर्मचारियों के लिए भी जो कंपनी में रिकॉर्ड प्रोडक्शन देकर भी लगातार अपनी सुवीधाओ में कटौती होते देख रहें हैं। 
                    संघ की मांग है कि अगर कंपनी को विभागीय खोज बीन में अगर गाड़ियां नहीं मिली है तो कंपनी द्वारा अभी तक अपराध पंजीबद्ध क्यों नहीं करवाया गया? किसे बचाने के लिए आजतक ईस बात को सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया? जब प्रोडक्शन से लेकर सभी विषयों पर खदान में पंजीकृत सभी यूनियनों से बीएसपी प्रबंधन बैठक कर निर्णय लेता है तो फिर ईतनी बढी घटना पर यूनियनों को किसी भी प्रकार की जानकारी क्यों नहीं दिया गया? संघ की जानकारी के अनुसार खदान की यह पहली घटना है जिसमें दो ट्रक को ही गायब कर दिया गया है और स्थानीय प्रबंधन सिर्फ विभागीय जांच में लगी है। अगर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराया जाता तो पुलिस अपने स्तर पर खोजबीन करतीं और गाड़ियों को खोजा जा सकता था और पुलिस ऐसे लोगों से पूछताछ करती जो ट्रक को बीएसपी के सेन्ट्रल गैरेज से चोरी कर सकते हैं। ज्ञापन सौंपने में संघ के सचिव लखनलाल चौधरी और शेखर निर्मलकर भी उपस्थित थे 
मुश्ताक अहमद 
अध्यक्ष खदान मजदूर संघ भिलाई संबंद्ध भारतीय मजदूर संघ

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