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*अग्रवाल महिला मंडल द्वारा श्रद्धा और उल्लास से मनाई गई आंवला नवमी*
खरोरा।
अग्रवाल महिला मंडल खरोरा द्वारा अग्रसेन चौक स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में आंवला नवमी का पावन पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना एवं प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया, जिसमें अग्रवाल समाज की महिलाओं, बहुओं एवं बेटियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान मंडल की सभी सदस्याओं ने मिलकर आंवला नवमी के पारंपरिक प्रसाद का आयोजन किया। पूरे अग्रवाल समाज से मिले सहयोग के लिए महिला मंडल ने आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इसी तरह सामाजिक एवं धार्मिक आयोजनों में सहयोग बनाए रखने की अपील की।
पूजा विधि और धार्मिक महत्व
पुराणों में वर्णित है कि आंवला नवमी का दिन अत्यंत शुभ होता है। पद्म पुराण के अनुसार, इस दिन आंवला वृक्ष स्वयं भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है। आंवला वृक्ष की पूजा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
महिलाओं ने सुबह आंवला वृक्ष को जल अर्पित किया, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमाओं का स्नान, वस्त्राभूषण और आरती की। इसके बाद मंत्रोच्चार के बीच आंवला फल का प्रसाद वितरण किया गया।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत से रोगमुक्ति, धन-धान्य की वृद्धि और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
अग्रवाल महिला मंडल के अध्यक्ष श्रीमती कृष्णा अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने वृक्ष की परिक्रमा कर संकल्प लिया कि वे भविष्य में पर्यावरण संरक्षण हेतु आंवला जैसे औषधीय वृक्षों का रोपण करेंगी। इस दौरान भजन-कीर्तन भी हुए, जिनमें "जय लक्ष्मी माता" जैसे भक्ति गीतों ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
*सामुदायिक भागीदारी और संदेश*
यह आयोजन अग्रवाल महिला मंडल की वर्षों पुरानी परंपरा का हिस्सा है, जिसके माध्यम से धार्मिक पर्वों को सामूहिक रूप से मनाया जाता है। कार्यक्रम के अंत में आंवला फल, गुड़ और पूरियों का प्रसाद वितरित किया गया। महिलाओं ने एक-दूसरे को तिलक लगाकर शुभकामनाएँ दीं।
इस आयोजन के माध्यम से जहाँ समाज में धार्मिक आस्था को बल मिला, वहीं स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। मंडल की ओर से सभी ग्रामीणों से अपील की गई कि वे भी ऐसे आयोजनों में शामिल होकर समाज और प्रकृति के संरक्षण में योगदान दें।
-श्री रोहित वर्मा जी की खबर