*बालोद जिला के स्कूली बाल वैज्ञानिक एवं शिक्षकों का राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी एवं पश्चिम भारत विज्ञान मेला 2025 का जशपुर में आयोजन : आत्मनिर्भर और विकसित भारत की दिशा में नवाचारों की चमक*

*बालोद जिला के स्कूली बाल वैज्ञानिक एवं शिक्षकों का राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी एवं पश्चिम भारत विज्ञान मेला 2025 का जशपुर में आयोजन : आत्मनिर्भर और विकसित भारत की दिशा में नवाचारों की चमक*

*बालोद जिला के स्कूली बाल वैज्ञानिक एवं शिक्षकों का राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी एवं पश्चिम भारत विज्ञान मेला 2025 का जशपुर में आयोजन : आत्मनिर्भर और विकसित भारत की दिशा में नवाचारों की चमक*
*बालोद जिला के स्कूली बाल वैज्ञानिक एवं शिक्षकों का राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी एवं पश्चिम भारत विज्ञान मेला 2025 का जशपुर में आयोजन : आत्मनिर्भर और विकसित भारत की दिशा में नवाचारों की चमक*
राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी एवं पश्चिम भारत मेला 2025 का आयोजन पूरे छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर, बिलासपुर, रायपुर, जगदलपुर, कांकेर, दुर्ग कवर्धा, रायगढ़ और दंतेवाड़ा सहित 9 जोन से पहुँचे बाल वैज्ञानिकों का छत्तीसगढ़ के  वनाच्छादित क्षेत्र एवं मनमोहक रमणीय पर्यटन स्थल जशपुर नगर के धरती पर भव्य प्रदर्शनी मेला का आयोजन हुआ.. जिसमें दुर्ग जोन के अंतर्गत बालोद जिला के प्रतिभावान प्रतिभागी बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और बेहतरीन प्रदर्शन कर अपने अंदर छुपी हुई जुनून और जज्बा के माध्यम से प्रतिभाओं को पल्लवित करने में सफलीभूत करते हुए बालोद जिला का नाम रोशन किया... मुख्य कथानक *आत्मनिर्भर और विकसित भारत 2047* के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ के जशपुर नगरी के हृदय स्थल स्वामी आत्मानंद हिंदी मध्यम उत्तर माध्यमिक विद्यालय जशपुर के प्रांगण पर तीन दिवसीय 12 नवंबर से 15 नवंबर राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी मेला एवं पश्चिम भारत विज्ञान मेला में बालोद जिला से अलग-अलग उपकथानक विषय में *स्वास्थ्य एवं स्वच्छता* से सिद्धी सिन्हा सेजेस अर्जुंदा, *सतत् कृषि* अंतर्गत रागिनी साहू शा.उच्चतर माध्यमिक शाला फागुनदाह एवं लोभांश मिश्रा माध्यमिक शाला कुआंगोदी, *अपशिष्ट प्रबंधन एवं प्लास्टिक विकल्प विधा* से छात्र भेषांत शा.उ.मा. वि. ईरागुड़ा एवं मुस्कान सेजेस बालोद, *उभरती हुई प्रौद्योगिकियाँ* उपकथानक से निखिल साहू एवं विज्ञान संगोष्ठी में लोकेन्द्र सेजेस बालोद, हरित ऊर्जा अंतर्गत गेशु सेजेस झलमला, प्रवीण कुमार शा. उ. मा. वि. गुरुर, मनोरंजनात्क गणित उपकथानक अंतर्गत वंशिका सिंह एवं व्यक्तिगत प्रोजेक्ट से आयुषी साहू सेजेस कुसुमकसा, प्रश्नमंच विधा से डिलेश्वरी एवं भूमिका शा.उ.मा. वि. पाररास के बाल वैज्ञानिकों ने उक्त उप कथानक विषय पर का बेहतरीन प्रदर्शन कर बालोद जिला का नाम रोशन किया गया। इस प्रदर्शनी में कक्षा 8वीं से 12वीं तक के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

*राष्ट्रीय स्तर पर बालोद के दो बाल वैज्ञानिकों का चयन- वंशिका सिंह प्रथम एवं निखिल साहू द्वितीय स्थान*

मनोरंजनात्क गणित माॅडल में सुश्री सोनल गुप्ता मार्गदर्शक सुश्री सोनल गुप्ता शिक्षिका के कुशल मार्गदर्शन में बारहवीं के छात्रा वंशिका सिंह सेजेस कुसुमकसा ने प्रथम स्थान प्राप्त कर वृत्त की अवधारणा एवं उससे संबंधित विषयवस्तु का प्रस्तुततीकरण कर निर्णायकों का दिल जीत लिया..। ऐसे ही पंकज कुमार सोनी व्याख्याता भौतिकी के कुशल मार्गदर्शन में *उभरती हुई प्रौद्योगिकियों* में सेजेस बालोद के निखिल साहू ने  द्वितीय स्थान हासिल कर उनके द्वारा ऑप्टिक सिग्नल आधारित संचार प्रणाली (Optic Signal Communication System) का एक कार्यशील मॉडल तैयार किया गया। इस मॉडल का मुख्य उद्देश्य था—प्रकाश तरंगों के माध्यम से ऑडियो तथा टेक्स्ट संदेशों का ट्रांसफर प्रदर्शित करना। 

*पश्चिम भारत विज्ञान मेला जशपुर में शिक्षकों का उत्कृष्ट प्रदर्शन- श्रवण एवं पारकर*

सेजेस खलारी के राज्यपाल पुरस्कृत व्याख्याता धर्मेंद्र कुमार श्रवण ने शिक्षक संगोष्ठी में सहभागिता का परिचय दिया *क्वांटम युग का आगाज : संभावनाएंँ एवं चुनौतियांँ *पर पाॅवर प्रिजेंटेशन के माध्यम से क्वांटम मानव का लाईट डेकोराईट कर संज्ञा देते हुए मानव जीवन की संभावनाएँ जैसे संचार, कम्प्यूटिंग कृषि, औषधियाँ, प्रोद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, मौसम एवं जलवायु परिवर्तन इत्यादि अपॉर्च्युनिटी एवं हमारे देश के लिए क्वांटम चुनौतियों को आगाज करने में सफल रहें ... पिछले वर्ष सहायक शिक्षण सामग्री लेकर गणित की अवधारणाओं को समझने में सफल रहे और प्रथम स्थान अर्जित कर बालोद जिला का नाम रोशन किया था।

इसी तरह सेजेस कुसुमकसा से मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कृत व्याख्याता तामसिंह पारकर भौतिक से संबंधित टी. एल. एम. सृजित आज भौतिक जीवन से संबंधित छोटी-छोटी टाॅपिक की अवधारणाओं के माध्यम से व्यावहारिक जीवन में उपयोग होने वाले ऐसे विषय वस्तु को लेकर लोगों के बीच में आकर्षक वेशभूषा के साथ समझाने में सफल रहे और निर्णायकों ने खूब सराहा ।

*तीन दिवसीय प्रदर्शनी मेला से सकुशल लौटने की जिम्मेदारी का निर्वहन..*

बालोद जिला नोडल अधिकारी धर्मेंद्र कुमार श्रवण, तामसिंग पारकर, श्रीमती उर्मिला ताम्रकार सेजेस अर्जुंदा ने साथ ही दुर्ग जोन के जोन प्रभारी सतीश जैकब की दिशा निर्देशन में 46 बच्चों को दुर्ग से जशपुर चलने वाली लग्जरी बस में अनुशासित ढंग से रखने में कामयाबी दिखाएंँ और और जशपुर से दुर्ग एवं दुर्ग से बालोद तक  सकुशल सभी बच्चों को अपने-अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचाने में कुशलता हासिल किये।

इस तरह से यह आयोजन बच्चों में वैज्ञानिक सोच, नवाचार, अनुसंधान क्षमता और तकनीकी कौशल को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया था। विज्ञान मेला का मुख्य विषय *आत्मनिर्भर और विकसित भारत* रखा गया जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों ने नये-नये वैज्ञानिक मॉडल, प्रोजेक्ट और प्रौद्योगिकी आधारित समाधान प्रस्तुत किए।

 दुर्ग जोन से बालोद जिला के समस्त बाल वैज्ञानिक प्रतिभागी एवं शिक्षकों को इस बेहतर व उत्कृष्ट प्रदर्शन पर जिला के जिलाधीश बालोद सुश्री दिव्या उमेश मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती मधुलिका तिवारी, श्रीमती मोहनी यादव विकासखंड शिक्षा अधिकारी बालोद, प्रवीण कुमार चतुर्वेदी विकास खंड शिक्षा अधिकारी डौंडी, नवीन यादव वि.खं.शि. अधिकारी गुंडरदेही, हिमांशु मिश्रा वि.खं.शि.अ. डौंडीलोहारा, ललित चंद्राकर, वि.खं.शि.अ. गुरुर एवं स्कूल शिक्षा विभाग के समस्त विद्वत प्राचार्यगण, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक, समस्त संकुल समन्वयक बेहतरीन व सराहनीय प्रदर्शन की इस उपलब्धि पर गौरवमयी बेला में शुभकामनाएंँ एवं बधाइयांँ संप्रेषित किए हैं..!!

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