*रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं, विश्व बंधुत्व दिवस पर रक्तदान किया : धर्मेंद्र कुमार श्रवण*

*रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं, विश्व बंधुत्व दिवस पर रक्तदान किया : धर्मेंद्र कुमार श्रवण*

*रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं, विश्व बंधुत्व दिवस पर रक्तदान किया : धर्मेंद्र कुमार श्रवण*
*रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं, विश्व बंधुत्व दिवस पर रक्तदान किया : धर्मेंद्र कुमार श्रवण* 
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, आत्मज्ञान भवन आमापारा और जिला चिकित्सालय के संयुक्त तत्वावधान में दादी प्रकाशमणि की 18वीं पुण्यतिथि एवं विश्व बंधुत्व दिवस के पावन अवसर पर *रक्तदान महादान* शिविर का आयोजन 25 अगस्त 2025 को किया गया।

इस अवसर सेजस खलारी के राज्यपाल पुरस्कृत व्याख्याता (गणित) धर्मेन्द्र कुमार श्रवण ने छठवीं बार रक्तदान कर युवाओं को प्रेरित किया और उन्होंने कहा कि *रक्तदान जीवनदान है; यह न केवल हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि जरूरतमंद मरीजों के लिए नया जीवन भी देता है।*
उन्होंने बताया कि रक्तदान से दुर्घटना पीड़ितों, प्रसवकालीन माताओं, थैलेसीमिया और कैंसर जैसे गंभीर रोगियों को जीवन मिल पाता है। नियमित रक्तदान से दाता का स्वास्थ्य बेहतर रहता है और शरीर में नई रक्त कोशिकाएँ बनने से रक्त शुद्ध होता है।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और रक्तदान कर मानव सेवा का परिचय दिया। ब्लड डोनेट करने वालों के साथ आए हुए परिजनों को वार्तालाप के दौरान प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को समय-समय पर रक्तदान कर समाज में अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
इस तरह धर्मेंद्र कुमार श्रवण सामाजिक समरसता के क्षेत्र में ऐसे अनेक कार्य किए हैं जो मानव समाज के लिए सराहनीय व प्रशंसनीय है। नित नये आयाम लेकर समय अनुसार कार्य करते रहते हैं। रक्तदान करने का यह उनका छठवीं बार स्वर्णिम अवसर है ऐसे महाकुंभ पर योगदान देकर अपने आप को सौभाग्य गौरवान्वित अनुभव करता है । उन्होंने अब तक दो बार शहीद अस्पताल दल्लीराजहरा, एक बार संजीवनी हॉस्पिटल दल्ली राजहरा, मांँ भानेश्वरी रक्तदान शिविर बालोद एवं राजधानी जैसे रक्तदान महादान शिविर में सहभागिता का परिचय दिया है। रक्तदान महादान कार्यक्रम को सफल बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। दादी प्रकाशमणि के 18वीं पुण्यतिथि पर विश्व बंधुत्व दिवस रक्तदान शिविर जिला चिकित्सालय बालोद में सहभागी बनकर नया मुकाम हासिल किया है और आयोजक मंडल को कहा गया कि यदि हम किसी को कुछ देते हैं अपनी श्रद्धा से तो वह दान स्वरूप होता है और किसी को जरूरत और ऐसे समय में हम कुछ देते हैं तो यह हमारा पुण्य कार्य कहलाता है । विश्व शांति और भाईचारे की स्थापना के लिए अपना संपूर्ण जीवन को समर्पित करने वाले दादी प्रकाशमणि के 18 वीं पुण्यतिथि एवं विश्व बंधुत्व दिवस रक्तदान कार्यक्रम पर आयोजक मंडल की कार्य को सराहा।
इस तरह से ब्रह्माकुमारीज़ की पूर्व मुख्य प्रशासनिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी के 18 वीं पुण्य स्मृति दिवस एवं विश्व बंधुत्व दिवस के पावन अवसर पर रक्तदान महादान शिविर में उपस्थित ब्रह्माकुमारी विजयलक्ष्मी प्रभारी ब्रह्माकुमारीज़ आत्मज्ञान भवन आमापारा बालोद एवं डॉक्टर आर.के.माली चिकित्सा अधिकारी शासकीय जिला अस्पताल बालोद साथ ही टोमनलाल साहू जिला पंचायत उपाध्यक्ष बालोद एवं रेडक्रास सोसायटी चेयरमैन छत्तीसगढ़ के कर कमलों द्वारा 25 अगस्त 2025 को मानव सेवा के लिए उत्कृष्ट योगदान देने पर *स्वैच्छिक रक्तदान प्रशंसा पत्र*, फ्रूट जूस, फल एवं एक आकर्षक उपहार भेंट कर सम्मान किया गया। साथ में बिटिया वेद श्रवण की उपस्थिति रही।

रक्तदान महादान जैसे अभियान को सफलीभूत करने पर संस्था के संस्था प्रमुख प्राचार्य श्रीमती एस जॉनसन वरिष्ठ शिक्षक वृंद खूबचंद वर्मा, गोवर्धन सिंह कोर्राम, भीखम सिंह रावटे, डोमेंद्र कुमार राणा, शिवकुमार वैदे, मनमोहन सिंह धाकड़, संजय कुमार खरे, जागेंद्र सिंह अमरिया, श्रीमती सरोज सिंह, श्रीमती रिबेका मड़के, भीमा भारती खोब्ररागड़े, कविता गायकवाड, प्रियंका भट्ट , यामिनी साहू, सरिता उर्वशा, सरिता यादव एवं संकुल परिवार के शिक्षकगण, साहू समाज बालोद के पदाधिकारीगण साथ ही श्रवण परिवार के समस्त सदस्य बधाइयांँ एवं शुभकामनाएंँ संप्रेषित किये है।

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