*छात्र स्टार्टअप व नवाचार नीति का लक्ष्य सतत और समावेशी विकास को बढ़ावा देना - डॉ. प्रतीक उमरे*
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने राज्य के युवाओं को स्टार्टअप व नवाचार के जरिए सशक्त बनाने के लिए छात्र स्टार्टअप व नवाचार नीति बनाने के निर्णय पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया है।डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि छात्र स्टार्टअप और नवाचार नीति छत्तीसगढ़ के युवाओं को नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में सशक्त बनाकर राज्य को आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी रूप से एक अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।यह नीति दीर्घकाल में छत्तीसगढ़ को एक गतिशील औद्योगिक और तकनीकी हब के रूप में उभारेगी साथ ही युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी।यह नीति 2025-2029 तक 50,000 से अधिक छात्रों को नवाचार और उद्यमिता के प्रति जागरूक और संवेदनशील बनाने का लक्ष्य रखती है।इससे युवाओं में रचनात्मक सोच और नए विचारों को विकसित करने की क्षमता बढ़ेगी जो दीर्घकाल में छत्तीसगढ़ को नवाचार का केंद्र बनाएगी।नीति के तहत 100 तकनीकी संस्थानों के 50,000 छात्रों तक पहुंच,500 प्रोटोटाइप्स का समर्थन,500 बौद्धिक संपदा अधिकार फाइल करने और 150 स्टार्टअप्स को इन्क्यूबेट करने का लक्ष्य है।इससे नए स्टार्टअप्स का विकास होगा, जो स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा करेंगे।यह छत्तीसगढ़ को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और गतिशील बनाएगा।बौद्धिक संपदा जागरूकता बढ़ाने और 500 बौद्धिक संपदा अधिकार फाइल करने का लक्ष्य तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देगा। यह छत्तीसगढ़ को सेमीकंडक्टर,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे उभरते क्षेत्रों में राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगा।नीति का विशेष ध्यान जनजातीय क्षेत्रों में नवाचार केंद्र स्थापित करने और कृषि,हरित ऊर्जा,स्वास्थ्य और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों पर है।इससे ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में आर्थिक समावेशिता बढ़ेगी और इन क्षेत्रों के युवाओं को मुख्यधारा के विकास में शामिल होने का अवसर मिलेगा।प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट के लिए 2.5 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता और राज्य सरकार द्वारा वार्षिक बजट का प्रावधान स्टार्टअप्स के लिए संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।यह युवा उद्यमियों को अपने विचारों को साकार करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।तकनीकी शिक्षा विभाग के सहयोग से छात्रों को नवाचार और उद्यमिता के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।इससे न केवल तकनीकी कौशल में सुधार होगा बल्कि युवा भविष्य की चुनौतियों के लिए बेहतर तैयार होंगे।नीति का लक्ष्य सतत और समावेशी विकास को बढ़ावा देना है। यह छत्तीसगढ़ को पर्यावरणीय स्थिरता,सामाजिक समानता और आर्थिक समृद्धि के क्षेत्र में एक मॉडल राज्य के रूप में स्थापित कर सकता है।
भवदीय
डॉ. प्रतीक उमरे
पूर्व एल्डरमैन
नगर निगम दुर्ग।