स्कूल छोड़ सड़कों पर उतरा जिला मुख्यालय-मोहला में शिक्षकों का जन सैलाब.... राज्य सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश, स्कूलों में पढ़ाई ठप्प...
*प्रेस विज्ञप्ति*
"""""""""""""""""""""
स्कूल छोड़ सड़कों पर उतरा जिला मुख्यालय-मोहला में शिक्षकों का जन सैलाब....
राज्य सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश, स्कूलों में पढ़ाई ठप्प...
शिक्षक सरकार से नाराज... 23 प्रदेश संचालक अलग-अलग जिलों में गरजे... सरकार पर जमकर बरसे...
मोहला//-
छत्तीसगढ़ शिक्षक साझा मंच के तत्वाधान में जिला मुख्यालय-मोहला में 04 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय विशाल धरना-प्रदर्शन व आंदोलन किया गया।
छत्तीसगढ़ शिक्षक साझा मंच के प्रांतीय संचालक- शंकर साहू व प्रांतीय संचालक- मनीष मिश्रा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि प्रदेश के 1,80,000 शिक्षक आज एक बार फिर से स्कूलों की पढ़ाई छोड़ सड़कों पर उतरे। शिक्षकों ने राज्य सरकार को साफ-साफ और दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर अब भी सुनवाई नहीं हुई तो आने वाले दिनों में राज्यभर के सभी स्कूलों में तालेबंदी कर वे सभी अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले जाएंगे और सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़ेंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के जिला संचालक- जितेंद्र पटेल,राजकुमार सरजारे, रूपेंद्र नंदे व जिला महासचिव- मुकेश शुक्ला ने विभिन्न जिलों में आंदोलन का नेतृत्व करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने विधानसभा चुनाव 2023 के पहले प्रदेश के समस्त शिक्षकों से कई वादा किए थे जिसे मोदी की गारंटी का नाम दिया गया था। जिसमें सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर करने, क्रमोन्नत वेतनमान देने, पुरानी पेंशन बहाल करने, प्रथम सेवा गणना करने, पदोन्नति करने सहित अनेको लिखित एवं मौखिक वादे किए गए थे। लेकिन चुनाव जीतने के बाद सरकार ने एक भी वादे पूरी नहीं की है।
ब्लॉक संचालकगण- सुनील शर्मा, शिवशंकर कोर्राम, दुष्यंत अवस्थी, लोकेश सिंग व महिला प्रकोष्ठ से सरिता खान, लक्ष्मी गेडाम, प्रेमलता शर्मा, छब्बी कोरेटी आदि ने ब्लाक में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार लगातार शिक्षकों से विवाद मोल ले रहे हैं। सरकार द्वारा प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद किया जा रहा है। स्कूलों में शिक्षकों की संख्या दिन प्रतिदिन घटाई जा रही है। प्रदेश के आम जनता को गुमराह किया जा रहा है। शिक्षा में गुणवत्ता लाने की बाते कही जा रही है लेकिन जब शिक्षकों को ही स्कूलों से हटाएंगे और स्कूलों को बंद करेंगे तो कहां से शिक्षा में गुणवत्ता आएगी।
जिला मुख्यालय- मोहला की आंदोलन को प्रांतीय उपसंचालक- राजकुमार यादव, भूपेंद्र साहू, अश्वनी देशलहरे व जिला उपसंचालक- मक्खन साहू, सुशील सांडिल्य आदि ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षिका सोना साहू को माननीय न्यायालय के आदेश पर एरियर्स राशि सहित क्रमोन्नति वेतनमान दिया गया है। लेकिन उक्त आदेश का पालन राज्य सरकार द्वारा सार्वजनिक रूप से अभी तक नहीं किया गया है। प्रदेश के शिक्षकों ने मांग की है कि सोना साहू के तर्ज पर राज्य के सभी शिक्षकों को क्रमोन्नति वेतनमान का एरियर्स राशि सहित लाभ दिया जाए। साथ ही प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना कर पेंशन सहित समस्त लाभ दी जाए। पदोन्नति में बीएड की अनिवार्यता को खत्म कर डीएड योग्यताधारीयो को भी पदोन्नत किया जाए। तथा 2008 के सेटअप को लागू करके युक्तिकरण किया जाए एवं वर्तमान में हुए युक्तिकरण को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।
शिक्षक साझा मंच के समस्त 23 प्रदेश संचालकों ने विभिन्न जिलों एवं ब्लॉकों में राज्य सरकार को सीधे सीधे और दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि आज प्रदेश के पूरे सभी 146 विकासखंडों में शिक्षक अपनी मांगों को लेकर स्कूलों को छोड़कर सड़कों पर उतरे हैं और अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। यदि आने वाले दिनों में सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो प्रदेशभर के स्कूलों में तालेबंदी कर सभी शिक्षक सड़क पर उतरकर अपने मांगों के लिए संघर्ष करेंगे एवं बच्चों की पढ़ाई व्यवस्था प्रभावित होने पर जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
जिला मुख्यालय मोहला की धरना-प्रदर्शन व बाइक रैली कर कलेक्टर को मुख्यमंत्री, शिक्षा सचिव व लोक शिक्षण संचालनालय के नाम ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रमुख रूप से प्रांतीय संचालक- शंकर साहू, मनीष,मिश्रा, प्रांतीय उपसंचालक-भूपेंद्र साहू,राजकुमार यादव,अश्वनी देशलहरे,जिला महासचिव-मुकेश शुक्ला, जिला संचालक- जितेंद्र पटेल, राजकुमार सरजारे,रूपेंद्र नंदे,ब्लॉक संचालक-सुनील शर्मा,शिवशंकर कोर्राम, दुष्यंत अवस्थी,लोकेश सिंग, हेमलता बढ़ई,उषा पन्द्रे, रश्मि श्रीवास्तव,लक्ष्मी गेडाम,सरिता खान, प्रेमलता शर्मा, पूर्णिमा घावड़े, असरानी देशमुख, गीता गुप्ता, जंत्री ठाकुर,प्रणीता साहू,प्रमिला सिन्हा, रूखमणी सिन्हा, अंजू साहू,योगिता अनिल कुमार रामटेके,आधार सिंह कुमेटी, साालिक निषाद, भरत भोपले, जोहित मरकाम, मनोज देवांगन, श्रवण डहरे, रघुवीर कोमरे, राजेंद्र ठाकुर, चेतन निषाद, सुरेंद्र नेताम, टीकम नायक, डामन पाटिल, डालसिंह कोमरे, राजेश निषाद,सादिक खान,यशवंत माहले, मन्ने सिंह मंडावी, राहुल रंगारी, हेमलाल साहू, शैलेश उर्वशा, चेतन निषाद ,चेतन धनकर, ललित साहू, महेश चंद्र भट्ट, मलेश मालेकर, ललित सिन्हा, घनश्याम देशमुख, युगल किशोर सिंहा आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।