*भाजपा कैंप मंडल में आपातकाल दिवस ब्लैक डे मनाया गया *

*भाजपा कैंप मंडल में आपातकाल दिवस ब्लैक डे मनाया गया *

*भाजपा कैंप मंडल में आपातकाल दिवस ब्लैक डे मनाया गया *
*भाजपा कैंप मंडल में आपातकाल दिवस ब्लैक डे मनाया गया * 
 भारतीय जनता पार्टी जिला भिलाई के निर्देशानुसार भाजपा कैंप मंडल में आपातकाल दिवस ब्लैक डे का कार्यक्रम तरुण सिंह मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में मंडल कार्यालय जलेबी चौंक में भिलाई में आयोजित किया गया सर्वप्रथम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय भारत माता के तेल चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया मंच पर आसीन अतिथि गनो का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया मुख्य वक्ता योगेन्द्र सिंह जिला उपाध्यक्ष के उपस्थिति में संपन्न हुआ अतिथि भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमित मिश्रा, वरिष्ठ नेता त्रिलोचन सिंह ,विजय सिंह,सुपेला पूर्व मंडल अध्यक्ष रुपाराम साहू , विनोद चेलक पार्षद, रहे मंच संचालन रमाकांत ठाकुर ने किया मीसा बंदियों में योगेन्द्र सिंह का सम्मान किया गया विजय सिंह ने अपने संबोधन में कहा की 25 जुन 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लागू किया आकाशवाणी रेडियो स्टेशन से सुचना मिली विपक्ष के नेताओं को जेल में बंद कर दिया गया देश में आजादी के बाद कांग्रेस ने देश की स्वतंत्रता पर ग्रहण लगा दिया और संजय गांधी ने नशबंदी करने का आदेश लागू किया लोगों को पकड़ा पकड़ कर नशबंदी किया गया देश की जनता पर अंग्रेजी हुकूमत से भी ज्यादा कहर ढाया गया अभिव्यक्ति की आजादी को छिन्न-भिन्न कर दिया था जिसमें भिलाई के पितापुरुष भाजपा भिलाई की नींव वरिष्ठ नेता नर्मदा प्रसाद शुक्ला जी को जेल में बंद कर दिया गया और उनके परिवार को पता तक नहीं चलने दिया कि वे कहां हैं तीन महीने के बाद में पता चला कि वो रायपुर की जेल में मीसाबंदी के तहत बंद कर दिए गए हैं वैसे ही हम सब के बीच में मौजूद हैं योगेन्द्र सिंह जी इन्हें भी मीसाबंदी में जेल में कई तरह की यातनाओं से प्रताड़ित किया गया था आज हम 50 वाॅ वर्ष होने के उपलक्ष्य में भाजपा के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम आज पुरे देश में आज ही के दिन मनाया जा रहा है ताकि आने वाली पीढ़ी को अवगत करा सके अमित मिश्रा ने कहा कि आपातकाल की कोई राष्ट्रीय आवश्यकता नहीं थी बल्कि कांग्रेस और एक व्यक्ति की लोकतंत्र विरोधी मानसिकता का परिचय था प्रेस की स्वतंत्रता कुचली गई और न्यायपालिका के हाथ बांध दिया गया समाजिक कार्यकर्ताओ को जेल में डाल दिया गया हम भुलाए नहीं भूलते हैं वो घड़ी को आंतरिक आशान्ति को इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी जो कि कोई भी संवैधानिक पद पर नहीं थे जब नसबंदी के विरोध में कुछ गांव वाले इकट्ठा हुए थे तो पुलिस को आदेश दिया और गोली चलाई गई जिसमें 13 लोगों की मृत्यु हो थी योगेन्द्र सिंह ने कहा की आपातकाल में सरकार की आलोचना करने वाले लालकृष्ण अडवाणी सहित हजारों लोगों को जेल में बंद कर दिया गया मुझे भी जेल में बंद कर कई तरहां की यातनाएं दिया गया मेरे परिवार में जब कोई मिलने आता था उसे भी जेल में बंद कर दिया जाता था 21 महिने तक देश ने कांग्रेस की यातनाएं कों झेला था संघ के स्वयंसेवकों को समाप्त करना चाहते थे जाॅर्ज फर्नाडीज, नानाजी देशमुख सुब्रमण्यम स्वामी आदि भूमिगत थे ऐसे अनेक संघ के प्रचारक सरकार के हाथ नहीं लगे थे जनसंघ के विचारों को जनता पार्टी में शामिल अन्य दल समझ नहीं पाए जनता पार्टी को तोड़ दिया फिर खण्ड खण्ड में बट गए इस का लाभ कांग्रेस ने उठाया कांग्रेस की करतुतो का इंदिरा गांधी का विरोध जय प्रकाश नारायण ने किया था तो उन्हें बहार कर दिया गया था वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक से मिलकर उन्हें बताये और एक बहुत बड़ा आंदोलन हुआ था 21 मार्च 1977 कों फिर देश की बागडोर मोरारजी जी के हाथों में आई और देश में शांति स्थापित हुई इस अवसर पर तरुण सिंह, रमाकांत ठाकुर, ,लतेल यादव ,संजय जायसवाल , धर्मेंद्र पांडेय, नवीन सिंह, भाजयुमो मंडल अध्यक्ष,विनोद चेलक,अनुज यादव, रमेश चौधरी, , अतुल चक्रवर्ती,इंदु कौर शांताबाई जघेल, ममता भारद्वाज, भगवती साव , रामेश्वरी सिंह,सोहन देवांगन, राहुल झा ,जयंती, मृत्यंजय भागत, धर्मपाल यादव, चंदन गुप्ता, मनोज शर्मा, रंजीत गुप्ता, उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी अब्दुल नासिर ने दी

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