*रायपुर-दुर्ग मेट्रो ट्रेन परियोजना की धीमी गति पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने कार्यवाही के लिए छत्तीसगढ़ सरकार को अग्रेषित किया पत्र*
*रायपुर-दुर्ग मेट्रो ट्रेन परियोजना की धीमी गति पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने कार्यवाही के लिए छत्तीसगढ़ सरकार को अग्रेषित किया पत्र*
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने रायपुर-दुर्ग मेट्रो ट्रेन परियोजना को गति प्रदान करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र प्रेषित किया जिसपर प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्यवाही बाबत प्रधानमंत्री कार्यालय के अवर सचिव मुकुल दीक्षित को अग्रेषित किया था।प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा इस विषय पर आगामी कार्यवाही के लिए छत्तीसगढ़ के लोक शिकायत निवारण विभाग के अवर सचिव कैलाश नेताम को पत्र अग्रेषित किया गया है।डॉ. प्रतीक उमरे ने बताया था कि यह परियोजना छत्तीसगढ़ के लिए न केवल यातायात सुगमता और शहरी विकास का प्रतीक है,बल्कि यह क्षेत्र की आर्थिक प्रगति और पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।वर्तमान में इस परियोजना के लिए सर्वेक्षण और डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का कार्य प्रगति पर है।छत्तीसगढ़ सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में इसके लिए 5 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।साथ ही,रूस की एक कंपनी के साथ अगस्त 2024 में हुए समझौते के तहत रशियन तकनीक पर आधारित इस परियोजना का रूट और डिज़ाइन अंतिम चरण में है।हालांकि फंडिंग की कमी और निर्माण कार्यों में देरी के कारण परियोजना की गति धीमी रही है।वर्तमान में सड़क यातायात में ट्रैफिक जाम की समस्या आम है,जिससे मेट्रो तेज और सुविधाजनक विकल्प होगा।रायपुर से दुर्ग की यात्रा में लगने वाला समय कम होगा।यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्व पूर्ण योगदान देगा,मेट्रो ट्रेन विद्युत से संचालित होती है,जिससे सड़क पर वाहनों की संख्या और वायु प्रदूषण में कमी आएगी।दिल्ली मेट्रो के उदाहरण से देखें तो मेट्रो ने ईंधन की बचत और प्रदूषण में कमी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।मेट्रो परियोजना से क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे,विशेष रूप से निर्माण और संचालन के दौरान साथ ही नवा रायपुर जैसे नए क्षेत्रों में आवास और व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा,जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।मेट्रो ट्रेन सार्वजनिक परिवहन का बेहतर विकल्प है।मेट्रो ट्रेन साफ-सुथरी, वातानुकूलित और समयबद्ध होती है,जो यात्रियों को बसों और ऑटो रिक्शा की तुलना में अधिक आरामदायक और विश्वसनीय यात्रा अनुभव प्रदान करेगी।शहरीकरण और कनेक्टिविटी भी बेहतर होगा।नवा रायपुर,रायपुर और दुर्ग के बीच बेहतर कनेक्टिविटी से शहरीकरण को बढ़ावा मिलेगा।नवा रायपुर में सरकारी कार्यालयों और अन्य संस्थानों तक पहुंच आसान होगी,जिससे क्षेत्र की आबादी और गतिविधियां बढ़ेंगी।मेट्रो के शुरू होने से सड़कों पर निजी वाहनों का उपयोग कम होगा,जिससे ट्रैफिक जाम और सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।रायपुर-दुर्ग मेट्रो रशियन तकनीक पर आधारित होगी,जो उच्च गुणवत्ता और दक्षता सुनिश्चित करेगी। इससे यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी।दुर्ग-रायपुर मेट्रो ट्रेन परियोजना से क्षेत्र में यातायात,पर्यावरण,अर्थव्यवस्था और जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आएंगे।यह छत्तीसगढ़ की राजधानी क्षेत्र को आधुनिक और विकसित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।प्रस्तावित मेट्रो रायपुर,नवा रायपुर,दुर्ग और भिलाई को जोड़ेगी,जिसमें कुल लगभग 70 किलोमीटर का रूट और 20 स्टेशन होंगे।मेट्रो नियमों के अनुसार,प्रत्येक 3 किलोमीटर पर एक स्टेशन प्रस्तावित है।पहले की एजेंसी का टेंडर रद्द होने के बाद गुजरात की एक नई एजेंसी को काम सौंपा गया है,जिससे प्रोजेक्ट की गति प्रभावित हुई है।