विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 की थीम पर्यावरण प्रकती प्रेमी समाजसेवी प्रशांत कुमार क्षीरसागर अपने विचार साझा किए
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 की थीम पर्यावरण प्रकती प्रेमी समाजसेवी प्रशांत कुमार क्षीरसागर अपने विचार साझा किए
विश्व तंबाखू दिवस 31 मे 2025 को मनाया जाता है पर्यावरण प्रकती प्रेमी समाजसेवी आज ही छोडो विश्व तंबाखू निषेध दिवस यह बहुत घातक होता है नंबर जाने वाला निकोटीन खतरनाक बिमारी देता है जो मानव जीवन के खतरा है पर्यावरण प्रकटिप्रेमी प्रशांत कुमार क्षीरसागर जी ने स्लोगन के माध्यम से बताया जिंदगी चुनो तंबाखू नही तंबाखू का
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस का आयोजन किया जाता है ताकि तंबाकू और इसके उत्पादों के सेवन से जुड़े जोखिम और परिवार, समाज और पर्यावरण पर इसके बुरे प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके।
तम्बाकू का उपयोग और इसका सेवन कई प्रकार के कैंसर जैसे फेफड़े, स्वरयंत्र, मुंह, ग्रासनली, गला, मूत्राशय, गुर्दे, यकृत, पेट, अग्न्याशय, बृहदान्त्र और गर्भाशय ग्रीवा के साथ-साथ तीव्र माइलॉयड ल्यूकेमिया के प्रमुख कारणों में से एक है। ऐसा अनुमान है कि तम्बाकू के सेवन के कारण हर साल 1 करोड़ से अधिक लोग मारे जाते हैं।
तम्बाकू न केवल स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि पर्यावरण पर भी कई तरह से बुरा प्रभाव डालता है।
तंबाकू निषेध दिवस का इतिहास
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 1987 में तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों और मौतों पर लगाम लगाने के लिए इस दिन की शुरुआत की थी। पहली बार 31 मई 1988 को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। इसके बाद से हर साल यह दिन वैश्विक स्तर पर मनाया जाने लगा। तंबाकू निषेध दिवस का महत्व
तंबाकू से हर साल दुनिया में 80 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होती है।
यह दिन तंबाकू और उससे जुड़ी बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, स्ट्रोक, फेफड़ों संबंधित बीमारियां आदि के खतरे के बारे में जागरूकता फैलाना है।
खासकर युवाओं और बच्चों को तंबाकू से दूर रहने का संदेश देता है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 की थीम पर्यावरण प्रकती प्रेमी समाजसेवी प्रशांत कुमार क्षीरसागर अपने विचार सा झा करते है बताया डब्ल्यूएचओ हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर एक थीम निर्धारित करता है। साल 2025 की थीम अनमास्किंग द अपील: तम्बाकू और निकोटीन उत्पादों पर उद्योग की रणनीति को उजागर करना” है।