मां बम्लेश्वरी मंदिर अमानक प्रसाद मामले में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत,भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे की मांग पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने राजनांदगांव कलेक्टर को दिया था जांच का आदेश
मां बम्लेश्वरी मंदिर अमानक प्रसाद मामले में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत,भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे की मांग पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने राजनांदगांव कलेक्टर को दिया था जांच का आदेश
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र प्रेषित कर मां बम्लेश्वरी मंदिर के प्रसाद मामले में उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर जांच कर दोषियों पर कार्यवाही करने का आग्रह प्रधानमंत्री कार्यालय से किया था,जिसपर प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्यवाही के लिए राजनांदगांव कलेक्टर को निर्देशित किया गया था।जिसपर जांच उपरांत डोंगरगढ़ के अनुविभागीय अधिकारी द्वारा जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है। जिसकी प्रति पूर्व एल्डरमैन डॉ.प्रतीक उमरे को प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा प्रेषित किया गया है।लैब रिपोर्ट अनुसार उक्त इलाइची दाना अवमानक घोषित किया गया है।फर्म के संचालक द्वारा उक्त स्थान पर प्रसाद नहीं बनाएं जाने का शपथ पत्र दिया गया है।पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने प्रधानमंत्री कार्यालय को इस मामले में अवगत कराया था कि यह कार्य हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने और धार्मिकता को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से संचालित किया जा रहा था।जिले के डोंगरगढ़ में पहाड़ी पर विराजित मां बम्लेश्वरी मंदिर में चढ़ाया जा रहा चिरौंजी दाने (इलायची दाने) का प्रसाद कारोबारी मजहर खान के मुर्गीखाने (पोल्ट्री फार्म) में बन रहा था।इसमें उसका मुर्गीखाना (पोल्ट्री फार्म) भी है।फैक्ट्री का संचालन बिना लाइसेंस के किया जा रहा था।यह अवैध फैक्ट्री शहर से तीन किमी दूर ग्राम राका में स्थित थी।प्रसाद के पैकेट में न तो बैच नंबर था और न ही पैकेजिंग डेट का उल्लेख था।चिरौंजी दाना वाला प्रसाद मां बम्लेश्वरी मंदिर परिसर में संचालित दुकानों में बेचा जाता है,जहां से वह मंदिर तक पहुंच रहा था।जिसपर पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने आपत्ति जताई थी।