अतिक्रमण हटाने का निर्णय साहसिक, कांग्रेसियों की मानसिकता ही विकास विरोधी - डॉ. प्रतीक उमरे
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने दिखवाबाजी के लिए शिविर लगाने एवं महापौर महासफाई अभियान पर अनर्गल बयानबाजी करने पर पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि महापौर अल्का बाघमार की कार्यप्रणाली से कांग्रेसियों की नींद हराम हो गई है क्योंकि पिछले पांच वर्षों में दुर्ग शहर में अतिक्रमण बढ़े हैं जो कांग्रेसियों के शय पर किए गए हैं।दुर्ग नगर निगम के पूर्व महापौर ने इस पर कोई ठोस कार्यवाही करने की जगह इसे बढ़ावा देने का कार्य किया था।जिसका अंजाम आज दुर्ग की जनता को भुगतान पड़ रहा है।पिछले पांच वर्षों में पूर्व विधायक के पिछलग्गू होने के अलावा पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल की और कोई उपलब्धि नहीं है।महापौर के अतिक्रमण हटाने के साहसिक निर्णय को आम जनता का समर्थन मिलने की वजह से कांग्रेसियों की नींद उड़ गई है और उनके पेट में मरोड़ होना स्वाभाविक है क्योंकि इससे कई कांग्रेसियों की अतिरिक्त आय बंद हो जाएगी।पूर्व महापौर द्वारा खुद विज्ञप्ति जारी कर खुद को लोकप्रिय नेता बताना हास्यपद है क्योंकि जितनी भी बुनियादी समस्याएं दुर्ग शहर में है वो उनके ही कार्यकाल की देन है जिसका समाधान महापौर अलका बाघमार को करना पड़ रहा है।भाजपा द्वारा समाधान शिविर के माध्यम से जनता की समस्याओं से अवगत होने उनके तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।पूर्व महापौर के कार्यकाल में दुर्ग नगर निगम भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का पर्याय बन चुका था।जिसकी वजह से शहर की जनता ने बुनियादी सुविधाओं तक के लिए दुर्ग नगर निगम से आस लगाना ही छोड़ दिया था।डॉ.प्रतीक उमरे ने कहा कि महापौर अल्का बाघमार का अतिक्रमण हटाने का साहसिक निर्णय निश्चित रूप से दुर्ग के विकास को नया आयाम देगा।कांग्रेसियों की मानसिकता ही विकास विरोधी है।दुर्ग के विकास में रोड़ा बनने और अनर्गल बयानबाजी के बजाय कांग्रेसी विपक्षी धर्म निभाते हुए जनहित के मुद्दों पर ध्यानाकर्षण करें तो बेहतर होगा।