मई दिवस के अवसर पर संयुक्त खदान मजदूर संघ, ने यूनियन ऑफिस कार्यालय प्रांगण में ध्वजारोहण कर मजदूर एकता जिंदाबाद, मई दिवस अमर रहे के नारे लगाए।
मई दिवस के अवसर पर संयुक्त खदान मजदूर संघ, ने यूनियन ऑफिस कार्यालय प्रांगण में ध्वजारोहण कर मजदूर एकता जिंदाबाद, मई दिवस अमर रहे के नारे लगाए।
आज मई दिवस के अवसर पर संयुक्त खदान मजदूर संघ, दल्लीराजहरा यूनियन ऑफिस कार्यालय में यूनियन के सचिव काॅ. कमलजीत सिंह मान ने यूनियन ऑफिस कार्यालय प्रांगण में ध्वजारोहण कर मजदूर एकता जिंदाबाद, मई दिवस अमर रहे के नारे लगाए। इस अवसर पर हमारे यूनियन के अध्यक्ष कॉ. श्रीनिवासलू , संगठन सचिव श्री राजेश कुमार साहू , कार्यालय सचिव श्री हंस कुमार रावटे,एस अंसारी,माधव राव ,मल्लू राम साहू , आर पी बघेल,हेमंत साहू , विनय , धनेश्वर देवांगन ,यशु ,रंजन और अनेक सदस्य उपस्थित थे।
मई दिवस के अवसर पर संयुक्त खदान मजदूर संघ के कार्यालय से संध्या 5:00 बजे विशाल बाइक रैली निकाली गई जिनमें सैकड़ो की संख्या में श्रमिकों ने भाग लिया। रैली नगर भ्रमण कर संयुक्त खदान मजदूर संघ के कार्यालय में आम सभा रखी गई सभा को संबोधित करते हुए *राजेश कुमार साहू संगठन सचिव* ने कहा कि आज हम सब मजदूर दिवस के अवसर पर इकट्ठा हुए हैं। यह दिन उन मेहनत कर लोगों को समर्पित है जो हमारे समाज और देश के निर्माण में अपनी अमूल्य भूमिका निभाते हैं। इस बात को हम सब जानते हैं कि कोई भी देश तभी प्रगति कर सकता है जब उसकी नींव मजबूत हो और यह नींव तैयार करते हैं हमारे श्रमिक ,चाहे वह सड़के बनाने वाले हूं, भवन निर्माण में लगे लोग हो, खेतों में पसीना बहाने वाले किसान हो, फैक्ट्री में दिन-रात काम करने वाले कर्मचारी हो ,या फिर छोटे दुकानदार और सफाई कर्मचारी हो। हर मजदूर अपने-अपने स्तर पर समाज को आगे ले जाने में जुटा हुआ है।
*हंस कुमार कार्यालय सचिव* ने कहा कि मजदूर दिवस भारत और पूरी दुनिया में श्रमिकों के अधिकारों का प्रतीक दिन है इस दिन का इतिहास संघर्ष का प्रतीक है ।मजदूर दिवस 1 मई को मनाया जाता है इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के भी नाम से जाना जाता है। इसका उद्देश्य श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करना है उनके योगदान को सम्मान देना और उन्हें एक बेहतर कार्य वातावरण देना है।
*कोषाध्यक्ष ओ पी शर्मा* ने कहा कि इस दिन की शुरुआत 19वीं सदी में अमेरिका के शिकागो शहर से हुई जब मजदूरों से 12 से 16 घंटे तक काम कराया जाता था। वह भी बिना किसी छुट्टी और सुविधा के लिए मजदूरों को 8 घंटे काम के निर्धारित हो और सप्ताह में एक दिन की छुट्टी का अधिकार हो वह सब इसी आंदोलन की देन है। साथियों हम सब को एकजुट होकर संघर्ष करना पड़ेगा तभी हमें सफलता मिलेगी।
*कार्यकारी अध्यक्ष प्रीतम सिंह कौशल* ने कहा श्रमिकों के शोषण और मानवीय व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाते हुए 1 मई 1886 को शिकागो शहर के हजारों मजदूरों ने आंदोलन किया जिसमें उन्होंने 8 घंटे के कार्य दिवस की मांग रखी भारत में मजदूर दिवस पहली बार 1923 में चेन्नई में मनाया गया ।इस बात को हम सब जानते हैं की कोई भी देश तभी प्रगति कर सकता है जब उसकी नींव मजबूत हो और यह नींव तैयार करते हैं हमारे श्रमिक । हमको एक साथ संगठित होकर संघर्ष करना पड़ेगा ।
*श्रीनिवासलु अध्यक्ष* ने कहा हमें मजदूरों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए श्रमिकों को अपने अधिकारों के बारे में जागरूक करें उन्होंने कहा कि मजदूर दिवस केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि यह याद दिलाने की प्रेरणा है कि हर छोटा बड़ा कार्य मूलवान है और हर श्रमिक सम्मान का अधिकारी है ।
*सचिव कमलजीत सिंह मान* ने कहा कि लौह अयस्क समूह दल्ली राजहरा के सभी श्रमिक साथियों को मई दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि अमेरिका के शिकागो में 1886 में श्रमिकों ने 8 घंटे कार्य दिवस की मांग को लेकर हड़ताल की, जिसका मकसद 8 घंटे काम 8 घंटे आराम और 8 घंटे मनोरंजन था। दुनिया भर के मजदूरों और कामगारों के अधिकारों और योगदान को याद करने का दिन है ।आज प्रबंधन सिर्फ उत्पादन और लाभ की बात करता है परंतु श्रमिकों को मिलने वाली जायज सुविधाओं की बात नहीं करता। इसलिए हम सब श्रमिकों को एकजुट रहने की जरूरत है ।ताकि हम अपने जायज मांग को यूनियन के माध्यम से प्रबंधन से ले सकें ।
आज हम लोग जिस यूनियन कार्यालय में बैठे हैं ,इतना बड़ा यूनियन कार्यालय आप सभी के सहयोग से बना है। आज इतना खराब मौसम के बावजूद भी यह हाल में 200 से 300 लोग बैठे हैं यह हमारी एकजुटता को दिखाता है इतने खराब मौसम में भी मई दिवस के अवसर पर आप सभी एकत्रित हुए हैं ।यह हमारे संगठन की एकता को दर्शाता है ,हम लोग संगठित होकर संघर्ष करेंगे और अपने हक को प्रबंधन से लेकर रहेंगे।
आज के कार्यक्रम में राजकिशोर मोहंती, एस अंसारी, अनिल कुमार रजक, नरोत्तम सागर, उमेश पटेल, विजय देशमुख, आर के सिन्हा, आर बी सिंह,हितेश जंगेल ,मन्नालाल पटेल, माधव राव ,राकेश शर्मा, दिनेश चौधरी ,शीतल साहू , कोमल निर्मलकर,जीवनलाल साहू , रामेश्वर प्रसाद बघेल ,मन्नालाल पटेल ,गुरमीत सिंह ,विष्णु प्रसाद साहू ,राधेश्याम साहू, वेंकट रमन ,आर बंदे ,रेवाराम साहू , मंगलु ,दिनेश, कमलेश, तेज बहादुर ,ताराचंद ,अशोक मेश्राम, सुमन मेश्राम ,नरेंद्र डोंगरे ,शिवप्रसाद, जीवन साहू, विनोद खोबरागड़े, विल्सन पाल, डी एल सोनवानी ,एल एन देवांगन ,मनीष कुमार ,अविनाश वर्मा , सोमित साहू, जितेंद्र कुमार , नरेंद्र जनबंधु ,प्रकाश ,राजेश डेविड, राम गणेश, मागीयाराम, लेखू राम, ओ पी शर्मा, यशपाल सिंह , प्रीतम सिंह कौशल ,राजकुमार शर्मा ,वेंकट रमन, आकाश, श्याम सुंदर ,मनन कुमार, बाबूलाल बामलिया,सुनील कुमार सिंह ,नरोत्तम सागर , राजिक खान, शेखर कावले ,दिवाकर ,सुंदर ,रघुराव, मोहम्मद चांद, मनिंदर राय चौधरी, राफेल बावरा ,गुलाब सिंह, चुरामन लाल ,विजय सिन्हा ,हलधर यादव, सुनील ,कृष्णा राम, रणजीत सिंह, देवेंद्र यूके, अमिताभ साथियों का विशेष सहयोग रहा।