राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय शिविर सेम्हरडीह में
शासकीय एकलव्य महाविद्यालय डौंडीलोहारा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन ग्राम सेम्हरडीह में दिनांक 21 जनवरी से 30 जनवरी तक किया जा रहा है जिसमें स्वयं सेवकों द्वारा गांव में विभिन्न गतिविधियां जैसे स्वच्छता अभियान, जल-संरक्षण नुक्कड़ नाटक के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक करने की प्रयास किए गए, साथ ही स्वयं सेवकों द्वारा दिवालों पर स्वच्छता तथा मतदाता जागरूकता सम्बंधित स्लोगन लेखन किया गया।
रासेयो कार्यक्रम अधिकारी पुरुषोत्तम भुआर्य ने बताया कि सात दिवसीय विशेष शिविर पर ग्रामीणों के लिए जागरूकता कार्यक्रम के साथ साथ प्रत्येक दिन अलग-अलग विशेषज्ञों द्वारा स्वयंसेवकों व ग्रामीणों को लाभान्वित करते हुए मार्गदर्शन प्रेषित किया, शिविर द्वितीय दिवस पर श्री खेमंत साहू एवं ऐनुका सार्वा मैडम द्वारा छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के बारे में मार्गदर्शन दिया गया तथा तृतीय दिवस पर राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत सर्वश्रेष्ठ वरिष्ठ स्वयंसेवक सम्मान से सम्मानित कौशल गजेंद्र द्वारा राष्ट्रीय योजना से मिलने वाले प्रमाण पत्रों का कहां कब और कैसे लाभ मिलता है और रासेयो का जीवन में क्या महत्व है इस बारे में चर्चा किया गया।
साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों द्वारा शिविर के दौरान गणतंत्र दिवस ग्राम सेम्हरडीह में ऐतिहासिक रैली निकालकर किया गया तथा चतुर्थ दिवस पर सभी स्वयंसेवकों ने ग्राम पंचायत सेम्हरडीह आश्रित ग्राम रायपुरा मैं स्वच्छता अभियान चलाया। साथ ही पंचम दिवस पर शासकीय घनश्याम सिंह स्नाकोत्तर महाविद्यालय बालोद विधि विभाग के अध्यापकों द्वारा रासेयो स्वयं सेवकों के साथ-साथ महिला कमांडो की महिलाओं तथा भारत माता वाहिनी की महिलाओं को कानून से संबंधित जानकारी दिया गया। साथ ही पंचम दिवस पर निरीक्षण के लिए पहुंची राष्ट्रीय सेवा योजना जिला संगठक डॉक्टर लेना साहू ने कार्यक्रम अधिकारी भुआर्य सर तथा स्वयंसेवकों के अनुशासन तथा ग्रामीणों के व्यवहार से खुश होकर शिविर की सराहना करते हुए बच्चों को उज्जवल भविष्य का आशीर्वाद दिया गया।
सभी शिविरार्थियों को ग्राम पंचायत तथा ग्रामीणों की ओर से भरपूर सहयोग मिल रहा है। जिसके लिए कार्यक्रम अधिकारी तथा महाविद्यालय की ओर से ग्रामीणों का भार व्यक्त किया गया। वरिष्ठ स्वयं सेवक धनेश साहू ने बताया कि आचार संहिता के कारण संध्याकालीन जागरूकता कार्यक्रम जल्दी से शुरुआत करते हुए 9:00 बजे ही समाप्त कर दिया जाता है। तथा आज अंतिम दिवस पर सभी स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र वितरण कर दोपहर में महाविद्यालय वापस लौट कर नियमित अध्यापन कार्य किया जाएगा।