जगत के कल्याण हेतु भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की मुहिम पर साईं मसन्द को नागपुर में मिला भारी समर्थन
जगत के कल्याण हेतु भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की मुहिम पर साईं मसन्द को नागपुर में मिला भारी समर्थन
सिन्धी समाज में जगद्गुरू की हैसियत रखने वाले पूज्यपाद साईं साधराम साहिब ने किया साईं मसन्द का भव्य सम्मान
सिन्ध पाकिस्तान में रहड़की स्थित एस. एस. डी. धाम के वर्तमान पीठाधीश्वर पूज्यपाद साईं साधराम साहिब इन दिनों भारत प्रवास पर हैं। वे विश्व के सिन्धी समुदाय में जगद्गुरू की हैसियत रखते हैं। करीब एक सप्ताह से वे नागपुर के बाहरी इलाके में लगभग सौ एकड़ में बन रहे एस. एस. डी. धाम साहिब के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने एवं विदर्भ के अनुयाइयों को आशीर्वाद प्रदान करने नागपुर आए हुए हैं। मसन्द सेवाश्रम रायपुर के पीठाधीश साईं जलकुमार मसन्द साहिब ने अपने नागपुर प्रवास के दौरान उनसे भेंट कर जगत के कल्याण हेतु भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की अपनी मुहिम की प्रगति से अवगत कराया
साईं साधराम साहिब ने उन्हें इस अवसर पर एस. एस. डी. धाम साहिब में आयोजित विशाल धर्म सभा में व्याख्यान करवाकर अपने अनुयाइयों को उनके अभियान से अवगत करवाया। व्याख्यान के पश्चात धर्म सभा में साईं मसन्द साहिब का भव्य सम्मान किया गया। उल्लेखनीय है कि जगद्गुरु शँकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती महाराज जी के शिष्य प्रतिनिधि, ज्योतिर्मठ के कार्यकारी शँकराचार्य स्वामीश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्द महाराज जी द्वारा भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने के उद्देश्य से गठित परम धर्म संसद की विश्व समिति में साईं साधराम साहिब को साईं मसन्द साहिब के सुझाव पर पाकिस्तान के प्रतिनिधि के रूप में शामिल किया गया है।
साईं मसन्द साहिब नागपुर में स्थापित साईं वसणशाह दरबार के संस्थापक ब्रह्मलीन महान सन्त पूज्यपाद साईं सुखरामदास साहिब के वर्सी महोत्सव में शामिल होने 1 से 4 जुलाई तक नागपुर प्रवास पर रहे। इस दौरान उन्होंने अपनी मुहिम के संदर्भ में वहां सखीबाबा आसूदाराम आश्रम में साओ सूमर नाम से आयोजित मासिक धर्म सभा को भी सम्बोधित किया। इसके अलावा प्रसिद्ध झूलेलाल मन्दिर के महंत साईं मोहनदास ठकुर, वरिष्ठ पार्षद सुरेश जज्ञासी, हिन्दू महिलाओं के क्रांतिकारी रक्षक भाई पुरुषोत्तम रंगलाणी, प्रेम झामनाणी तथा नागपुर में झांसी की रानी के विशेषण से प्रसिद्ध सुश्री गौरी शर्मा से भी भारत में हर युग में लागू रहे सनातन वैदिक सिद्धांतों पर आधारित धर्म का शासन स्थापित कर भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की अपनी मुहिम पर विस्तृत मंत्रणा की।
श्री विजय दुसेजा जी की खबर