समय का सदुपयोग करें दूसरों से घृणा व ईश्र्या न करें,,,, प्रकाश
श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चकरभाटा में चालिहा उत्सव के दूसरे दिन झूलेलाल धूनी का आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत भगवान झूलेलाल बाबा गुरमुखदास जी के फोटो पर माला पहना कर दीप प्रज्वलित करके की गई
वरुण साईं,, रवि रूपानी अनिल पंजवानी के द्वारा कई भक्ति भरे भजन गाए गए जिसे सुनकर भक्तजन झूम उठे
दिल कहता है बाबा गुरमुखदास भाऊ गुरमुखदास वापस लौट कर आएंगे
लाल झूलेलाल लाल झूलेलाल
इस दिल में भगवान झूलेलाल रहता है
सुहरने रास्ता सजाओ दीपक जलाओ फूलों की वर्षा करो झूलेलाल का चालीहा आया है
चकरभाटा की नगरी को सजाओ
भगवान झूलेलाल का चालीहा शुरू हुआ है
रामजी की निकली सवारी रामजी की लीला है न्यारी एक तरफ लक्ष्मण एक तरफ सीता बीच में बैठे हैं जगत के पालन हारी
ऐसे कई भक्ति भरे भजन गाए गए
इस अवसर पर पूज्य सिंधी पंचायत चकरभाठा के अध्यक्ष प्रकाश जेसवानी के द्वारा एक कथा सुनाई गई
एक बार एक आदमी रेगिस्तान से गुजर रहा था,अचानक वहां यमराज पहुंच गए,आदमी यमराज को पहचान नहीं पाया
सामने आकर यमराज ने उससे पूछा कि क्या तुम्हारे पास थोड़ा पानी है?
आदमी ने कुछ सोच कर यमराज को पीने का पानी दे दिया,पानी पीने के बाद यमराज ने कहा...
मैं तुम्हारी जान लेने यहां आया हूं लेकिन तुमने मेरी प्यास बुझाई है,इसलिए मैं तुम्हें पांच मिनट का समय दे सकता हूं,तुम चाहो तो इस डायरी में अपनी किस्मत को बदल सकते हो,तुम अपने लिए जो लिख लोगे,वही होगा,तुम इस डायरी में अपनी किस्मत में आज जो चाहो लिख लो पर ध्यान रहे तुम्हारे पास सिर्फ पांच मिनट का वक्त है,उसके बाद उसी क्षण ही
आदमी ने यमराज से डायरी ली,उसमें पहला पन्ना पलटा तो पाया कि सबसे पहले उसके पड़ोसी की किस्मत की कहानी उसमें लिखी है।
वो सहज जिज्ञासावश उसे पढ़ने लगा,उसमें लिखा था कि उससे पड़ोसी की एक लॉटरी लगने वाली है,वो जल्दी ही करोड़पति होने जा रहा है,यह पढ़ कर उसका ईर्ष्या भाव जाग उठा,उसने पहले उसकी किस्मत बदल दी। उसमें लिख दिया कि उसकी लॉटरी न लगे।
दूसरा पन्ना पलटा तो उसमें लिखा था कि उसके मुहल्ले का एक आदमी जल्दी ही चुनाव जीत कर मंत्री बनने जा रहा है,उसे इस बात से भी बहुत घृणा हुई कि वो मंत्री बन जाएगा,उसने वहां भी लिख दिया कि वो चुनाव हार जाए।
ऐसे ही डायरी के ढेर सारे पन्ने पलटते हुए जब अपने पन्ने तक पहुंचा तो वहां लिखा था कि आज उसकी मृत्यु होने वाली है,उसने अपनी किस्मत बदलने के लिए कलम उठाई ही कि यमराज ने उससे डायरी ले ली और कहा...
“वत्स,पांच मिनट पूरे हो गए,तुम्हारे पास सिर्फ पांच मिनट थे,तुमने दूसरों की किस्मत बिगाड़ने में अपना वक्त गंवा दिया,काश,तुम इस समय का सदुपयोग अपनी बेहतरी के लिए करते और आदमी के प्राण निकल गए।
ध्यान रहे...
जब आपके हाथ वो डायरी आए तो दूसरों का बिगाड़ने में अपना समय मत गंवा दीजिएगा। समय सीमित है,घड़ी चलती रहेगी,आपका समय रुक जाएगा।
ऐसे ज्ञानवर्धक कथा सुनकर भक्तजन निहाल हुए
वह एक सत्य घटना चकरभाटा की बताइ सन 2003 में चकरभाटा में पानी की किल्लत हुई चारों तरफ हाहाकार मचा त्राहिमाम त्राहिमाम सब लोग झूलेलाल मंदिर पहुंचे साईं के पास साईं जी को सारी बात बताई और कहा अब आप ही पालनहार हो आप ही अब इस संकट से हमें निकाल सकते हैं साईं जी ने कहा तुम रुको मैं थोड़ी देर में आता हूं साईं मंदिर के अंदर गए भगवान झूलेलाल जी के मूर्ति के सामने बैठे और ध्यान और समाधि में लीन हो गए कुछ समय बाद मंदिर से बाहर निकले और कहा हर घर घर में कुआं खुदवाओ प्रकाश जेसवानी ने अपने घर में संत लाल साई जी को लेकर गए साईं जी ने जिस स्थान पर पूजा अर्चना की और कहा यही कुआं खोदो पहला कुआं जैसा ही मजदूर खोदने लगे प्रकाश जेसवानी ने कहा भैया कम से कम 60-70 फीट खोदना क्योंकि यहां पर पानी बहुत नीचे है और यहां के लोग जब बोर करवाते हैं तो वह भी कम से कम 500 फीट नीचे तक में बोरिंग करवाते हैं मजदूर जैसे ही खोदने लगे 11 फीट में ही जल की धाराएं चारों तरफ बहने लगी यह चमत्कार देखकर सारी चक्कर भाटा नगरी हैरान हो गई
कि 11 फीट में इतना पानी कहां से आ गया भगवान झूलेलाल का चमत्कार था साईं जी के आशीर्वाद से सभी ने देखा
फिर तो घर-घर में कुआं खोदा गया
जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान श्री झूलेलाल का सिमरन भक्ति और प्रार्थना करता है वह इस दर पर आता है कभी खाली नहीं जाता है
कार्यक्रम के आखिर में आरती की गई पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में बाबा गुरमुखदास सेवा समिति श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा
श्री विजय दुसेजा जी की खबर