इंद्र का घमंड तोड़ा एक उंगली से गोवर्धन पर्वत उठाया. श्री कृष्ण ने. पुष्पांजलि
मानस पुत्री पुष्पांजलि जी ने भागवत कथा में पांचवे दिन भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला का वर्णन किया भगवान श्री कृष्ण मटकी फोड़ माखन खा रहे हैं गोपियों को सता रहे हैं यमुना से कालिया नाग को भगाया व उसका उद्धार किया
भगवान
इंद्र का घमंड तोड़ा एक छोटी सी उंगली में गोवर्धन पर्वत उठाया भक्तों को बचाया वृंदावन में आज भी गोंवधन पर्वत विराजमान है जहां पर आज भी मूर्ति विराजमान है
भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लेके पापियों का उद्धार किया कई भक्तों को निहाल किया
राम कृष्ण का जन्म लेने का उद्देश्य यही था पापियों का उद्धार भक्तों को निहाल करना व जीवन का सार बताना अपने जन्म से लेकर अंत अपनी हर उम्र में बचपन में बाल में युवा व्यस्था में कई लीलाएं की
राधा संग रासलीला की गोपियों संग प्रेम लीला की भक्तों के साथ में आंख मिचौली कि सुदामा संग दोस्ती निभाई
बीच-बीच में भक्ति भरे भजन गाए जिसे सुनकर भक्तजन झूमने लगे
भगवान श्री कृष्ण की सजीव झांकी भी बनाई गई थी
अपनी अमृतवाणी में श्रीमद् भागवत कथा का एसा रसपान कराया भक्तजन भाव विभोर हुवे
आज के श्रीमद् भागवत कथा में भक्तजन रायपुर तिल्दा भाटापारा कोरबा रायगढ़ मुंगेली बिलासपुर व अन्य कई जगहों से पहुंचे
अपने आप को धन्य महसूस करने लगे
आखिर में भगवान श्री कृष्ण की आरती की गई अरदास की गई विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की गई प्रसाद वितरण किया गया इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में
बाबा गुरमुखदास सेवा समिति चकरभाटा बिलासपुर भाटापारा रायपुर दुर्ग भिलाई गोंदिया के सभी सेवादारों का विशेष सहयोग रहा
श्री विजय दुसेजा जी की खबर