राजहरा व्यापारी संघ के अध्यक्ष गोविंद वाधवानी व प्रतिनिधि मंडल का हुआ शपथ ग्रहण व स्नेह सम्मेलन जिसमें नगर की समस्याओं को लेकर सांसद मोहन मंडावी को ज्ञापन सौंपा ।

राजहरा व्यापारी संघ के अध्यक्ष गोविंद वाधवानी व प्रतिनिधि मंडल का हुआ शपथ ग्रहण व स्नेह सम्मेलन जिसमें नगर की समस्याओं को लेकर सांसद मोहन मंडावी को ज्ञापन सौंपा ।

राजहरा व्यापारी संघ के अध्यक्ष गोविंद वाधवानी व प्रतिनिधि मंडल का हुआ शपथ ग्रहण व स्नेह सम्मेलन जिसमें नगर की समस्याओं को लेकर सांसद मोहन मंडावी को ज्ञापन सौंपा ।

राजहरा व्यापारी संघ के अध्यक्ष गोविंद वाधवानी व प्रतिनिधि मंडल का हुआ शपथ ग्रहण व स्नेह सम्मेलन जिसमें नगर की समस्याओं को लेकर सांसद मोहन मंडावी को ज्ञापन सौंपा ।



दल्लीराजहरा । खनिज न्यास निधि का 50 प्रतिशत राशि राजहरा के विकास कार्य मे करने तथा रेलवे छेत्र की भूमि का स्थायी पट्टा देने सहित सात सूत्रीय मांगों को लेकर राजहरा व्यापारी संघ के प्रतिनिधि मंडल ने अध्यक्ष गोविंद वाधवानी के नेतृत्व में सांसद मोहन मंडावी को ज्ञापन सौंपा । सौपे ज्ञापन में श्री वाधवानी ने कहा है कि दल्ली राजहरा नगर एक मिनी भारत है, इस शहर में सम्पूर्ण भारत वर्ष के हर प्रांत व राज्य के लोग निवास करते है। हमारे दल्ली राजहरा नगर में हर धर्म जाति व मजहब को मानने वाले अपनी अपनी परम्परा के अनुसार भाई चारे के साथ दल्ली राजहरा में निवास करते हैं।

दल्ली राजहरा वहीं लौह नगरी है जिसके सीने को चीर कर कच्चा लोहा निकाला गया और उससे शासन ने करोड़ो अरबो रूपयों का मुनाफा कमा कर आज दल्ली राजहरा नगर को बदहाली की स्थिति में छोड़ दिया है। करोड़ो अरबों का राजस्व देने वाला एक ऐसा अभागा शहर है जिसकी आबादी एक लाख से घट कर आज महज 40 हजार के लगभग रह गई है और ऐसी ही स्थिति रही तो इस शहर का हाल भी पास के महामाया माइंस या भिलाई के नजदीक के नंदिनी माइंस की तरह हो जायेगा।

दल्ली राजहरा नगर को बसे 60 साल के ज्यादा हो गया है कि न्तु आज भी इस नगर के वासी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरह रहे है, आज दल्ली राजहरा बालोद जिला का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला शहर होने के बावजूद इस शहर को ना तो जिला का दर्जा मिला और ना ही तहसील का दर्जा मिल पाया है। करोड़ो अरबो का राजस्व देने वाले शहर को अपनी अस्तीत्व एवं हक के लिए जुझना पड़ रहा है।
दल्ली राजहरा व्यापारी संघ भी अपने इस शहर के लिए चिंतित है और दल्ली राजहरा की परिस्थितियों में कैसे सुधार किया जाये इसके लिए लगातार प्रयत्नशील है।

सात सूत्रीय मांगों में

खनिज न्यास निधि , 

ट्रेन की सुविधा में वृद्धि, 

रेलवे क्षेत्र की भूमि का स्थायी पट्टा, 

100 बिस्तर अस्पताल केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना, 

औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण,

बी.एस.पी. क्षेत्र के 130 एकड़ भूमि का राजस्व


को दिलाय जाने शामिल हैं । पत्र में कहा हैं कि दल्ली राजहरा के लौह अयस्क खनन से सरकार को करोड़ों रूपयों की रायल्टी प्राप्त होती है, जिसमें जिला को डी.एम.एफ. फण्ड के माध्यम से
राशि प्रदान की जाती है। किन्तु उस राशि का उपयोग दल्ली राजहरा नगर के किसी
भी विकास कार्यो के लिए प्रदान नहीं किया जाता है। संघ की मांग है कि डी.एम.एफ.
की राशि का 50% राजहरा नगर में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं विकास कार्यो के लिए खर्च
किया जाये। ट्रेन की सुविधाओं में वृद्धि कोरोना काल के पूर्व दल्ली राजहरा से रायुपर व दुर्ग
के लिए 3 डेमू ट्रेन की सुविधा थी, किन्तु अब केंवटी से केवल एक ही बार रायुपर तक ट्रेन
चलायी जा रही है, जिससे दल्ली राजहरा से रायपुर या दुर्ग भिलाई जाने वालों को
वापस आने के लिए कोई दुसरी ट्रेन की सुविधा नहीं है। चूंकि दल्ली राजहरा नगर
के व्यापारी, छात्र या नागरिक अपने कार्यो से रायपुर या दुर्ग जाते है तो उन्हे अपना
काम निपटा कर शाम या रात में ही वापस आना होता है, इस स्थिति में ट्रेन की सुविधा नहीं
होने से क्षेत्र की जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

अतः पूर्व की भांति केंवटी से चलने वाली डेमू ट्रेन को 3 फेरे में चलाया जाये तथा दल्ली से दुर्ग
चलने वाली ट्रेन का पुनः आरम्भ किया जाये। अति पिछड़ा क्षेत्र बस्तर के केंवटी से
बिलासपुर व नागपुर की ओर जाने के लिए नई ट्रेन तत्काल आरम्भ करायी जाये।
साप्ताहिक चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन को प्रतिदिन केंवटी से रायपुर चलाया जाये एवं
वापसी शाम या रात्रि में हो। रेलवे क्षेत्र की भूमि का स्थायी पट्टा दल्ली राजहरा नगर की अधिकांश आबादी
रेलवे भूमि पर बसी हुई है, इस क्षेत्र में विगत 60 वर्षों से लगभग 900 परिवार निवासरत
है, जिन्हे रेलवे द्वारा बार बार नोटिस देकर तोड़ने की धमकी दी जाती है। जिससे इस
क्षेत्र में बसे लोगों के मन में भय बना रहता है बिस्तर अस्पताल दल्ली राजहरा नगर में चिकित्सा सुविधा के रूप में कोई भी ऐसा हॉस्पिटल नहीं है, जिसमें एमरजेंसी की स्थिति में मरीज को भर्ती किया जा सके। नगर में सभी निजी चिकित्सालय है, और एमरजेंसी की स्थिति में पेंशेंट को लेने से आनाकानी करते हैं। अतः बी.एस.पी. के खाली पड़े माइंस चिकित्सालय बिल्डिंग को 100 बिस्तर अस्पताल बनाया जाये। जिससे नगर के लोगों को चिकित्सा सुविधा मिल सके, केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना- दल्ली राजहरा में केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों के कर्मचारी कार्यरत है, जिनकी संख्या अच्छी तादाद में है,इसलिए
केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना दल्ली राजहरा में ही करायी जाये जिससे इस क्षेत्र के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके, औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण - दल्ली राजहरा व आसपास के क्षेत्र में उद्योग स्थापित किये जाने की असीम सम्भावना है, इसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा प्रयास किया जाये।,
बी.एस.पी. क्षेत्र के 130 एकड़ भूमि का राजस्व का दिलाया जाये - बी.एस.पी.
द्वारा दल्ली राजहरा नगर के 270 एकड़ भूमि को राजस्व विभाग को प्रदान
किया गया है, तथा टाउनशिप क्षेत्र के 130 एकड़ भूमि जिसमें लोगों ने अपना
निजी मकान बनाये उसे राजस्व विभाग को बी.एस.पी. द्वारा हस्तांतरित नहीं
किया गया है, जिससे इस क्षेत्र के लोगों को प्रधान मंत्री आवास सुविधा का लाभ
नहीं मिल रहा है।  इस 130 एकड़ भूमि को तत्काल बी.एस.पी. से राजस्व विभाग को दिलाया जाये। जिससे इस क्षेत्र में बसे लोगों को भी शासन की योजनाओं का लाभ मिल सके। ज्ञापन सौपने के दौरान संघ के महामंत्री क्रांति जैन,वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक लोहिया ,आलोक गुणधर, कोषाध्यक्ष रमेश मित्तल ,मंत्री पंकज छाजेड़ ,संगठन मंत्री अमित जायसवाल उपस्थित थे । कार्यक्रम मे मंच का संचालन राजू सोनी द्वारा एवं अंत मे आभार प्रदर्शन संघ के महामंत्री क्रांति जैन ने किया

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