महामाया खदान में ठेका श्रमिकों को हड़ताल अवधि का पूरा वेतन दिया जावें

महामाया खदान में ठेका श्रमिकों को हड़ताल अवधि का पूरा वेतन दिया जावें

महामाया खदान में ठेका श्रमिकों को हड़ताल अवधि का पूरा वेतन दिया जावें
खदान मजदूर संघ भिलाई संबंद्ध भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि महामाया खदान, कलवर और दुलकी खदान में संपूर्ण कार्य को ग्राम वासियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर 16-10-2025 से बंद किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि बीएसपी प्रबंधन ने अधिकारियों ने जो उनसे वादा किया था कि तीनों पंचायत से वहां के बेरोजगारों को कार्य पर रखा जावेगा किंतु बीएसपी प्रबंधन अब वादाखिलाफी कर रही है और यहां के खदानों में स्थानीय लोगों को रोजगार न देकर बाहर से लोगों को लाकर कार्य पर लगा जा रहा है। और बीएसपी प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा उन लोगों का बकायदा गेटपास भी बनाया गया है जोकि हम आदिवासी ग्रामीणों के साथ वादाखिलाफी है। 
           खदान मजदूर संघ के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद ने बताया कि महामाया खदान में लगभग 254 श्रमिक कार्यरत हैं और लगभग 60 गाडियां भी चलती है। ग्रामीणों द्वारा बंद का आह्वान करने से वहां कार्यरत ठेका श्रमिकों की रोज का हाजिरी नहीं लग रही है महामाया के ठेकेदार द्वारा ठेका श्रमिकों की हाजिरी नहीं लिया जा रहा है और ईसके ठीक विपरीत कार्य करते हुए ठेकेदार द्वारा वहां एक पर्चा चिपका दिया गया है कि नो वर्क नो पेमेंट जिससे श्रमिकों में काफी असंतोष है। कुछ श्रमिकों द्वारा खदान मजदूर संघ कार्यालय भवन में आकर बताया कि बीएसपी प्रबंधन और ठेकेदार द्वारा ईस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। 
       संघ द्वारा ईस ठेके की जानकारी लेने पर पता चला है कि बीएसपी प्रबंधन द्वारा ठेका निकालने से पहले ही ठेके की नियम शर्तों में ईस बात उल्लेख कर दिया जाता है और बकायदा ठेका प्रपत्र में एक पेज साईड विजीट का भी होता है जिसमें ईस बात का उल्लेख होता है कि ठेकेदार द्वारा ठेका कार्य शुरू करने के बाद किसी भी कारण से जैसे किसी यूनियन गतिविधियों, राजनीतिक गतिविधियों या स्थानीय लोगों के द्वारा कार्य बंद किया जाता है तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी ठेकेदार की होगी और अगर श्रमिक कार्य स्थल पर कार्य करना चाहते हैं ठेकेदार कार्य नहीं करवा पा रहा है तो ठेकेदार को सभी ठेका श्रमिकों को उनका पूरा वेतन देना होगा। मगर यहां स्थिति ठीक ईसके विपरीत नजर आ रही एक तरफ ठेकेदार नो वर्क नो पेमेंट का पर्चा लगा रहा है और दूसरी तरफ बीएसपी प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी इसमें ठेकेदार को मौन समर्थन दे रहे हैं जोकि बहूत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। एक तरफ बीएसपी प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी यह कहते हैं हम ईस पिरीयड का ठेकेदार पर पैनेल्टी लगाएंगे किंतु यहां एक और महत्वपूर्ण है कि आजतक बीएसपी प्रबंधन द्वारा ठेकेदार पर कभी भी पैनेल्टी लगाने की नौबत नहीं चाहें कितने दिन भी हड़ताल चलें कार्य बंद रहें मगर हिंदी फिल्मों की तरह अंत में सब ठीक हो जाता है और हरबार ठेकेदार अपना कार्य समय से पहले पूरा कर लेता और बीएसपी द्वारा दिया गया टारगेट पूरा हो जाता है और उसे पूरा करने के लिए हरबार वहां के माईंस मैनेजर को बीएसपी द्वारा सम्मानित भी किया जाता है महामाया खदान में वहां के माईंस मैंनेजर लगभग 10 सालों से जमें हुए हैं जोकि उनकी उत्कृष्ट कार्य क्षमता को दिखाता है और अभी तो उनको प्रमोशन देकर महाप्रबंधक बना दिया गया है। भले ही वहां के ग्रामीणों और ठेका श्रमिकों से जानकारी मिली थी कि महामाया खदान में मिट्टी के भुगतान में बड़ी गड़बड़ी हुई है मगर बीएसपी प्रबंधन को इससे क्या उन्हें तो बस अपने प्रोडक्शन और लाभ से मतलब है भले आदिवासियों का शोषण होता रहें।
           मुश्ताक अहमद ने आगे कहा कि आज संघ द्वारा महामाया खदान के एजेंट अरूण कुमार को ज्ञापन सौंपकर उन्हें ठेके में उल्लेखित नियम शर्तों का पालन करने को कहा और उनसे आग्रह किया है कि जबतक कार्य बंद रहता उस अवधि का भुगतान ठेकेदार द्वारा ठेका नियमों के अनूरूप वहां कार्यरत ठेका श्रमिकों को किया जावें। ज्ञापन सौंपने में खदान मजदूर संघ के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद और सचिव लखनलाल चौधरी उपस्थित थे।
मुश्ताक अहमद 
अध्यक्ष खदान मजदूर संघ भिलाई संबंद्ध भारतीय मजदूर संघ

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