संयुक्त खदान मजदूर संघ (एटक) दल्ली राजहरा का प्रतिनिधि मंडल लौह अयस्क खदान समूह-दल्लीराजहरा के कार्मिक विभाग के उप प्रबंधक गिरीश मढ़रिया से मिला।
संयुक्त खदान मजदूर संघ (एटक) दल्ली राजहरा का प्रतिनिधि मंडल लौह अयस्क खदान समूह-दल्लीराजहरा के कार्मिक विभाग के उप प्रबंधक गिरीश मढ़रिया से मिला।
यूनियन के संगठन सचिव राजेश कुमार साहू ने कहा कि ग्रेड व क्लस्टर के आधार पर नया पदनाम सेल के सभी संयंत्र तथा इकाइयों में दिया गया है तथा इसी आदेश के आधार पर ही भिलाई इस्पात संयंत्र के सभी विभागों के कर्मचारियों को भी नया पदनाम दिया जा चुका है, जबकि भिलाई इस्पात संयंत्र की खदानों के कर्मचारियों को नया पदनाम यह कहकर नहीं दिया गया है कि माइनिंग मेट, माइनिंग फोरमैन, ब्लास्टर, इलेक्ट्रिकल सुपरवाइजर आदि पदनाम स्टेच्यूटरी (Statutory Post) होने के कारण परिवर्तनीय नहीं है, जबकि दूसरी ओर राउरकेला स्टील प्लांट में माइनिंग मेट, माइनिंग फोरमैन और सर्वेयर आदि को भी नया पदनाम दिया जा रहा है, जिसके लिए पिछले दिनों 28 मई 2025 को एक सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है।
यूनियन के अध्यक्ष श्रीनिवासलू ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र का खदान विभाग सेल परिवार का अभिन्न अंग है। परंतु एक परिवार के कुछ सदस्यों को नया पदनाम का लाभ दिया गया है, और खदानों में कार्यरत कर्मचारियों को स्टेच्यूटरी पोस्ट की बाधा के नाम पर नए पदनाम से वंचित रखा गया है, जो कि खदान कर्मियों के लिए किसी मानसिक प्रताड़ना से कम नहीं है। कंपनी का उत्पादन लक्ष्य बढ़ाने जाने पर खदान कर्मियों को उत्पादन पूर्ति के लिए अनेक बार *भिलाई देश की शान है, राजहरा भिलाई की जान है* जैसे नारे के साथ उत्साहित तो जरूर किया जाता है, मगर जब उन्हीं खदान कर्मचारियों के लिए नया पदनाम देने जैसे समान अधिकार की बात आती है, तब प्रबंधन उनके साथ स्टेच्यूटरी पोस्ट जैसी बाधा खड़ी कर देता है।
अतः आपसे अनुरोध है कि खदान कर्मचारियों को हतोत्साहित ना करें, उनका मनोबल बनाएं रखने के लिए उन्हें वाजिब अधिकार दें, अन्य कर्मचारियों की तरह नया पदनाम शीघ्र प्रदान करें।
माइंस के कर्मचारियों के पदनाम के संबंध में माइंस के उच्च अधिकारियों से भी चर्चा हुई है।
उप प्रबंधक (मानव संसाधन), श्री गिरीश मढ़रिया ने बताया कि खदान के कर्मचारियों को नया पदनाम दिए जाने के संबंध में कार्रवाई जारी है।
*राजेश कुमार साहू*
*संगठन सचिव संयुक्त खदान मजदूर संघ*