*“ब्रह्माकुमारी संतोषी दीदी ने दिया जीवन-संवारने का संदेश”*

*“ब्रह्माकुमारी संतोषी दीदी ने दिया जीवन-संवारने का संदेश”*

*“ब्रह्माकुमारी संतोषी दीदी ने दिया जीवन-संवारने का संदेश”*
*“ब्रह्माकुमारी संतोषी दीदी ने दिया जीवन-संवारने का संदेश”*
11 सितम्बर 2025, सीपत। ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र सीपत द्वारा नशा मुक्ति अभियान रथ के दूसरे दिन सीपत स्थित विरानी स्कूल और वैदिक महाविद्यालय के विद्यार्थियों को नशे के विरुद्ध जागरूक करते हुए बीके संतोषी दीदी ने कहा कि नशा मनुष्य के जीवन की सबसे बड़ी कमजोरी है। यह न केवल शरीर को बीमार बनाता है, बल्कि सपनों और करियर को भी बर्बाद कर देता है। युवाओं को चाहिए कि वे नशा को “ना” कहकर अपने जीवन को उज्ज्वल बनाएं। मोबाइल फोन पर चर्चा करते हुए उन्होंने स्पष्ट कहा कि मोबाइल एक उपयोगी साधन है, लेकिन इसकी लत खतरनाक है। दिन-रात गेम, सोशल मीडिया और वीडियो में उलझे रहना बच्चों के स्वास्थ्य, पढ़ाई और मानसिक संतुलन पर नकारात्मक असर डाल रहा है। मोबाइल का सही और सीमित उपयोग ही बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रख सकता है।
 मोबाइल का सही उपयोग शिक्षा और संचार में मददगार है, लेकिन लत लगने पर यह समय की बर्बादी, पढ़ाई में बाधा, आंखों की समस्या और मानसिक तनाव का कारण बन जाता है। आज कई विद्यार्थी गेम्स और सोशल मीडिया में इतना समय नष्ट कर देते हैं कि उनकी पढ़ाई और व्यवहार पर नकारात्मक असर पड़ने लगता है। मोबाइल आज की जरूरत है, लेकिन इसकी लत युवाओं का समय, ऊर्जा और एकाग्रता नष्ट कर रही है। पढ़ाई में ध्यान लगाने के बजाय यदि बच्चे घंटों गेम, सोशल मीडिया और बेवजह वीडियो देखने में व्यस्त रहते हैं, तो उनका भविष्य अंधकारमय हो सकता है।
अंत में दीदी ने योगाभ्यास भी करवाया। उन्होंने कहा कि यदि विद्यार्थी प्रतिदिन कुछ समय ध्यान और सकारात्मक चिंतन में लगाएँ, तो वे नशा और मोबाइल की गलत आदतों से सहज ही दूर रह सकते हैं। संकल्प दिलाया कि सभी विद्यार्थी और शिक्षक न केवल स्वयं नशा नहीं करेंगे, बल्कि समाज में नशामुक्ति अभियान को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाएँगे। कार्यक्रम के अंत में सभी ने सामूहिक शपथ ली कि वे नशा मुक्त समाज के निर्माण में योगदान देंगे।
इस अवसर पर प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रदीप पांडेय जी ने ब्रह्माकुमारीज परिवार का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि— आज की युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखने और उन्हें जीवन मूल्यों से जोड़ने के लिए इस प्रकार के अभियान अत्यंत आवश्यक हैं।
 ब्रह्माकुमारी संस्था लगातार समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही है, जिसके लिए विद्यालय परिवार कृतज्ञ है। कार्यक्रम में विरानी स्कूल प्राचार्या तारागिरी जी एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे। वैदिक महाविद्यालय के हिमांशु गुप्ता ने कहा कि नशा आज समाज और परिवार दोनों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। छोटी-सी शुरुआत से शुरू होकर यह लत युवाओं का भविष्य नष्ट कर देती है। विद्यार्थियों को समझाया कि नशे की ओर पहला कदम ही सबसे खतरनाक होता है। उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि कैसे कई युवा अपनी शिक्षा और करियर से वंचित हो जाते हैं।
ईश्वरीय सेवा में,
बीके स्वाति
राजयोग भवन

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