"शासकीय महाविद्यालय, गुण्डरदेही में रजत जयंती समारोह का आयोजन"
रजत जयंती समारोह 2025
शासकीय शहीद कौशल यादव महाविद्यालय गुण्डरदेही बालोद में छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के गौरवशाली 25 वर्ष पूर्ण होने पर ' रजत जयंती समारोह ' मनाया जा रहा है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चन्दना बोस ने छत्तीसगढ़ के विकास यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव वर्ष न केवल हमारी उपलब्धियां है अपितु एक नवीन और समृद्ध भविष्य की दिशा में दृढ़ संकल्प का प्रतीक भी है। रजत जयंती समारोह के प्रथम दिवस में 'एल्युमनी मीट' रखा गया। इसका मुख्य उद्देश्य पूर्व छात्र - छात्राओं को महाविद्यालय से जोड़ना एवं उनके अनुभवों और उपलब्धियों को साझा कर संस्थान तथा स्नातकों के बीच संबंधों को मजबूत करना है। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक श्री डी. एस. सहारे ने छात्र - छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। तत्पश्चात भूतपूर्व छात्र - छात्राओं ने अपना व्यक्तिगत अनुभव सांझा किया। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में हस्तनिर्मित सामग्रियों की प्रदर्शिनी का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र छात्राओं ने अपने हस्तकला का परिचय देते हुए धान से निर्मित आभूषण, छत्तीसगढ़ी नृत्य संस्कृति का मॉडल, माइक्रम धागा से निर्मित सजावटी सामग्री, पेंसिल बॉक्स, कीरिंग, हेयरक्लिप, मैजिक क्यूब आदि का प्रदर्शन किया गया। महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने सामग्रियों का क्रय कर छात्र छात्राओं का मनोबल बढ़ाया।तृतीय चरण में ' इको क्लब' के द्वारा महाविद्यालय परिसर में "एक पेड़ एक विद्यार्थी" वृक्षारोपण किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य छात्र छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण के महत्व से अवगत कराना और उन्हें स्थायी जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। यह छात्रों को पर्यावरण की देखभाल, संसाधनों का संरक्षण साथ ही उन्हें पर्यावरण के प्रति जागरूक नागरिक बनने और अपने समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करता है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. कार्यक्रम का संचालन डॉ. अभिषेक पटेल ने किया तथा कार्यक्रम के संयोजक डॉ. आशीष कुमार भुई रहे। महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक श्री आर.पी. निषाद, सुश्री शिखा श्रीवास्तव, श्रीमती ऋतु सोरी एवं अतिथि व्याख्याताओं के सामूहिक प्रयास से कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन किया गया।
रजत जयंती समारोह के द्वितीय दिवस में "विकसित छत्तीसगढ़ 2047" विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में श्री संजय शुक्ला (NSS अधिकारी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गुण्डरदेही) उपस्थित रहें। कार्यक्रम में शुक्ला जी ने छात्र - छात्राओं को अपने व्याख्यान में विभिन्न क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ के विकास तथा युवाओं की भूमिका पर अपना विचार रखे। साथ ही शासन की विभिन्न लाभकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. चंदना बोस ने छत्तीसगढ़ की लोक परम्परा एवं सांस्कृतिक धरोहर पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे तथा कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक डॉ. अभिषेक कुमार पटेल द्वारा किया गया।
रजत जयंती समारोह के तृतीय दिवस में क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका विषय "छत्तीसगढ़ के 25 वा वर्ष" रखा गया, इसका मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों के ज्ञान और कौशल का मूल्यांकन करना, टीम वर्क को बढ़ावा देना, ज्ञान और विभिन्न विषयों में रुचि बढ़ाना तथा ज्ञान अर्जित करने हेतु छात्र-छात्राओं को एक आकर्षक मंच प्रदान करना एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रेरित करना है। उक्त प्रतियोगिता को उत्साहित करने के लिए प्रत्येक ग्रुप में 3 छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में महाविद्यालय के कक्षा बी.कॉम. तृतीय वर्ष के छात्र जितेंद्र, यादराम एवं गौतम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
रजत जयंती समारोह के चतुर्थ दिवस दिनांक 11/09/2025 को पुस्तक वाचन का आयोजन किया गया इस अवसर पर पुस्तक पठन-पाठन के महत्व पर प्रकाश डाला गया साथ ही छात्र-छात्राओं ने अपने पसंदीदा पुस्तकों का वाचन किया। महाविद्यालय में लाइब्रेरी के प्रभारी प्राध्यापक आरपी निषाद ने बताया कि अच्छी पुस्तक हमारे जीवन की दशा और दिशा तय करती है इसलिए किताबों का अध्ययन हमारे जीवन का मुख्य हिस्सा होना चाहिए ।
इस कार्यक्रम में पुस्तक अध्ययन पर अपनी बात रखते हुए डॉक्टर अभिषेक कुमार पटेल ने बताया कि पुस्तकें हमारी सबसे करीबी दोस्त हैं जो हमें हंसाती भी हैं रुलाती भी हैं ज्ञान भी देती हैं और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती हैं ।अगर हम किताबों से दोस्ती करेंगे तो हम अपने जीवन में हमेशा आगे बढ़ेंगे। छात्र-छात्राओं को अपने पाठ्यक्रम के अलावा महापुरुषों की जीवनी महान साहित्य एवं पत्र पत्रिकाओं का सतत अध्ययन करना चाहिए जिससे उनके व्यक्तित्व का विकास हो साथ ही साथ में समय के साथ कदम ताल मिला सके। महाविद्यालय के प्रचार प्राचार्य प्रोफेसर चंदन बॉस ने बताया की की हमारे महाविद्यालय में हमारे महाविद्यालय के लाइब्रेरी में प्रतियोगिता परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकों के अलावा व्यक्तित्व विकास के लिए जरूरी पुस्तकों को उपलब्ध कराया गया है ,जिसका लाभ महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उठा रहे हैं।
इस कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर शिखा श्रीवास्तव ने किया।