राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया रक्षाबंधन पर्व --सुरक्षा व समरसता का संदेश देता है रक्षाबंधन – पवन पानसे
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया रक्षाबंधन पर्व --सुरक्षा व समरसता का संदेश देता है रक्षाबंधन – पवन पानसे
“वर्तमान समय में हिंदू समाज को बांटने के लिए कई तरह से प्रयास किया जा रहा है सैकड़ों वर्षों तक विदेशी शासकों से संघर्ष करते रहने के कारण समाज रूपी शरीर अस्पृश्यता, जातिगत भेदभाव, भाषावाद, क्षेत्रवाद जैसी बीमारियों से ग्रस्त है उसे मिटाना है कई बार ऐसा लगता है कि मानो समाज रूपी शरीर में अपने अंग की पीड़ा को अनुभव करने की संवेदनशीलता नष्ट हो गई है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रक्षाबंधन पर्व के माध्यम से समाज में एकता, प्रेम, सुरक्षा व समरसता का संदेश देता है।” उक्त उद्गार थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तिल्दा-नेवरा महर्षि अरविन्द शाखा खंड द्वारा आयोजित रक्षाबंधन उत्सव में मुख्य वक्ता श्री पवन पानसे के। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण समाज संगठित होकर राष्ट्र को परम वैभव के शिखर पर पहुंचाएं जिससे खोई हुई प्रतिष्ठा पुनः प्राप्त हो सके और यह तभी संभव होगा जब हम समाज के उपेक्षित समझे जाने वाले पीड़ित बन्धुओं के साथ आत्मीयता दिखाते हुए उन्हें हृदय से लगाकर रक्षा सूत्र बांधे और उनके सुख-दु:ख में भागीदार बनें। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने उपस्थित नागरिकों ने परम पवित्र भगवा ध्वज की पूजा अर्चना कर एक-दूसरे को इस मंत्र के साथ राखी बांधा कि “मैं आपकी रक्षा करूंगा, आप मेरी रक्षा करेंगे और हम दोनों मिलकर देश और समाज की रक्षा करेंगे,,”
कार्यक्रम के पश्चात् जिला सरसंघचालक देवेन्द्र सिंह ठाकुर जी के मार्ग दर्शन में स्वयंसेवकों ने सेवा बस्ती पहुंचकर रक्षा सूत्र बांधा और सामाजिक समरसता का संदेश दिया। पवन पानसे जी ने रक्षाबंधन का पौराणिक व ऐतिहासिक महत्व बताते हुए कहा कि इंद्राणी ने देवराज इंद्र को रक्षा सूत्र बांधा जिसके कारण वे देवासुर संग्राम में विजयी हुए। द्रौपदी ने भगवान् श्री कृष्ण को राखी बांधी जिसके कारण ही चीर-हरण के समय द्रौपदी की रक्षा हुई थी तथा माता लक्ष्मी ने राजा बलि को रक्षा सूत्र बांधकर भगवान विष्णु को वापस प्राप्त किया था।
कार्यक्रम में तिल्दा-नेवरा नगर से कमलेश वर्मा विजय सिंह ठाकुर श्री हीरालाल धुरंधर टी आर पटेल रामकृष्ण वर्मा धनंजय साहू गोकुल वर्मा सहित संघ के स्वयंसेवक वह गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
इस अवसर पर पीपल पेड़ पर रक्षा सूत्र बांधा गया एवं पचास पौधोका और वृक्षारोपण करने का संकल्प लिया गया
उक्ताशय की जानकारी श्री विजय सिंह ठाकुर जी द्वारा दिया गया।