*दूर-दूर से आई बहनों ने ग्राम भरुवाडीह कला में हर्षोल्लास के साथ मनाया रक्षाबंधन*

*दूर-दूर से आई बहनों ने ग्राम भरुवाडीह कला में हर्षोल्लास के साथ मनाया रक्षाबंधन*

*दूर-दूर से आई बहनों ने ग्राम भरुवाडीह कला में हर्षोल्लास के साथ मनाया रक्षाबंधन*
 *दूर-दूर से आई बहनों ने ग्राम भरुवाडीह कला में हर्षोल्लास के साथ मनाया रक्षाबंधन* 
 भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन आज ग्राम भरुवाडीह कला में बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। सुबह से ही गाँव का माहौल उल्लासमय हो गया था। गलियों में बहनों के हाथों में सजाए हुए थाल और चेहरे पर मुस्कान देखते ही बनती थी। दूर-दूर के गाँवों से आई बहनें अपने भाइयों के घर पहुँचते ही गले लगकर खुशियों से भर उठीं।थालियों में रोली, चावल, दीपक और मिठाई सजाकर बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी और उनके सुख-समृद्धि तथा दीर्घायु की कामना की। भाइयों ने भी अपनी बहनों को उपहार देकर जीवनभर उनकी रक्षा करने का संकल्प दोहराया। घर-घर में मिठाइयों की मिठास और रिश्तों की गर्माहट ने वातावरण को और भी आनंदमय बना दिया।
ग्राम भरुवाडीह कला के धीरेंद्र कुमार वर्मा ने इस अवसर पर कहा कि “हमारी बहनें, जो कि दूर-दूर के गाँव से हर्षपूर्वक भाइयों को राखी बांधने के लिए आती हैं, उनके इस प्रेम और त्याग की मिसाल अद्वितीय है। रक्षाबंधन केवल भाई-बहन के रिश्ते का पर्व नहीं, बल्कि यह समाज में आपसी प्रेम, एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत करता है।”

Ads Atas Artikel

Ads Atas Artikel 1

Ads Center 2

Ads Center 3