*मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान नक्सलवाद के खिलाफ लड़ रहे हमारे सुरक्षाबलों का अपमान - भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे*

*मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान नक्सलवाद के खिलाफ लड़ रहे हमारे सुरक्षाबलों का अपमान - भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे*

*मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान नक्सलवाद के खिलाफ लड़ रहे हमारे सुरक्षाबलों का अपमान - भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे*
*मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान नक्सलवाद के खिलाफ लड़ रहे हमारे सुरक्षाबलों का अपमान - भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे*
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने कांग्रेस द्वारा आयोजित "किसान-जवान-संविधान जनसभा" को एक और फ्लॉप शो करार देते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर तीखा पलटवार किया।डॉ. प्रतीक उमरे ने खड़गे के उस बयान को न केवल आपत्तिजनक बताया, जिसमें उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे पर सवाल उठाया था,बल्कि इसे नक्सलवाद के प्रति कांग्रेस की संदिग्ध मानसिकता का सबूत भी बताया।कांग्रेस की किसान-जवान-संविधान जनसभा को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, "अमित शाह बार-बार छत्तीसगढ़ क्यों आते हैं? ना तो उनका यहां घर है और ना ही ससुराल।" इस बयान को डॉ. प्रतीक उमरे ने न केवल हास्यास्पद,बल्कि देश की सुरक्षा और नक्सलवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई को कमजोर करने वाला करार दिया।डॉ. प्रतीक उमरे ने मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे वरिष्ठ नेता को यह नहीं पता कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ क्यों आते हैं, तो यह स्पष्ट है कि कांग्रेस देश से नक्सलवाद और आतंकवाद को खत्म करने की लड़ाई का समर्थन नहीं करती।खड़गे का यह बयान न केवल उनकी अज्ञानता को दर्शाता है,बल्कि यह भी साबित करता है कि कांग्रेस नक्सली आतंक को बढ़ावा देने की मानसिकता रखती है।पूरे देश को पता है कि भारतीय जनता पार्टी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने का संकल्प लिया है।छत्तीसगढ़,जो लंबे समय से नक्सली हिंसा का सबसे बड़ा गढ़ रहा है,वहां अब नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जा रही है।अमित शाह जब भी छत्तीसगढ़ आते हैं, उनके साथ विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और सुरक्षा विशेषज्ञ होते हैं।इस दौरान नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने की रणनीतियां बनाई जाती हैं।लेकिन कांग्रेस को यह सब खटक रहा है।डॉ. प्रतीक उमरे ने मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान को कांग्रेस की नक्सलवाद के प्रति संदिग्ध मानसिकता का प्रमाण बताते हुए कहा, की खड़गे का यह बयान साफ करता है कि कांग्रेस नहीं चाहती कि छत्तीसगढ़ और देश नक्सलवाद से मुक्त हो।उनका यह कहना कि अमित शाह का छत्तीसगढ़ से कोई नाता नहीं है,यह दर्शाता है कि कांग्रेस नक्सलवाद के खात्मे से परेशान है।खड़गे के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि वे परोक्ष रूप से नक्सलियों का समर्थन कर रहे हैं।जब पूरा देश और छत्तीसगढ़ की जनता नक्सलवाद के खिलाफ एकजुट है,तब कांग्रेस का यह बयान न केवल निंदनीय है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि उनकी प्राथमिकता देश की सुरक्षा और विकास नहीं,बल्कि सस्ती राजनीति है।खड़गे का यह बयान नक्सलवाद के खिलाफ लड़ रहे हमारे सुरक्षाबलों का अपमान है और छत्तीसगढ़ की जनता इसे कभी माफ नहीं करेगी।डॉ. प्रतीक उमरे ने भारतीय जनता पार्टी की नक्सलवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराते हुए कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में केंद्र सरकार और छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने के लिए कटिबद्ध है।छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ अभियान में अभूतपूर्व सफलता मिल रही है।नक्सलियों के गढ़ में सुरक्षाबल अब पूरी ताकत से कार्रवाई कर रहे हैं और जल्द ही छत्तीसगढ़ नक्सलमुक्त होगा।उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार ने न केवल नक्सलवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है,बल्कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की गंगा भी बहाई है।सड़क, स्कूल,अस्पताल और रोजगार के अवसरों के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को मुख्यधारा में जोड़ा जा रहा है।लेकिन कांग्रेस को यह सब रास नहीं आ रहा है।डॉ. प्रतीक उमरे ने कांग्रेस की किसान-जवान-संविधान जनसभा को पूरी तरह विफल बताते हुए कहा की कांग्रेस की यह जनसभा उनकी अन्य रैलियों की तरह ही एक फ्लॉप शो साबित हुई।न तो जनता में इस जनसभा को लेकर कोई उत्साह था,न ही कांग्रेस के पास कोई ठोस मुद्दा।खड़गे जैसे वरिष्ठ नेता सस्ती बयानबाजी पर उतर आए,जो उनकी हताशा और निराशा को दर्शाता है।कांग्रेस के पास न तो कोई विजन है और न ही जनता का विश्वास। छत्तीसगढ़ की जनता ने बार-बार भाजपा पर भरोसा जताया है,क्योंकि हमने विकास और सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।दूसरी ओर, कांग्रेस केवल झूठे वादे और विभाजनकारी राजनीति करती है।मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान कांग्रेस की उस मानसिकता को उजागर करता है,जो देश की एकता,अखंडता और सुरक्षा के खिलाफ है।भारतीय जनता पार्टी और छत्तीसगढ़ की जनता मिलकर नक्सलवाद को जड़ से खत्म करेगी और कांग्रेस की इस सस्ती राजनीति को पूरी तरह बेनकाब करेगी।

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