*कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली महज दिखावा - भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे*
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन भाजपा नेता डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा की कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली दिखावा मात्र है,नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट के बाद कांग्रेस को संविधान बचाने का ख्याल आना हास्यपद है।संविधान बचाओ अभियान कांग्रेस की ओर से केवल राजनीतिक नाटक हैं,क्योंकि उनकी सरकार ने ही संविधान की आत्मा को नकारा था।संविधान की रक्षा का ढोंग रचने वाली कांग्रेस यह भूल रही है कि उसने अपने शासनकाल में संवैधानिक संस्थाओं का सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया।अपने स्वार्थ के लिए संविधान का 80 बार संशोधन किया।कांग्रेस ने संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए देश में आपातकाल लगाकर दमन किया।कांग्रेस द्वारा कई संशोधनों के जरिए संविधान के मूल ढांचे पर सवाल उठाया गया।भारतीय जनता पार्टी भारत के हितों और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा प्रतिबद्ध थी और हमेशा रहेगी।कांग्रेस का असली चाल और चरित्र सभी को पता है।डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि कांग्रेस "संविधान बचाओ" की आड़ में आतंकी हमलों जैसे संवेदनशील मुद्दों का राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है,जबकि सार्वजनिक रूप से सरकार का समर्थन करने की बात कहती है।यह आगामी चुनावों के लिए वोट बैंक तैयार करने की रणनीति है,न कि संविधान की रक्षा का वास्तविक प्रयास।कांग्रेस ने अपने शासनकाल में संवैधानिक संस्थाओं का पूर्ण रूप से दुरुपयोग किया है।कांग्रेस की यह रैली केवल एक राजनीतिक हथकंडा है,जिसका मकसद आगामी चुनावों के लिए जनता को गुमराह कर लामबंद करना और अपनी खोई हुई साख को पुनर्जनन करना है।कांग्रेस ने संवैधानिक मुद्दों को केवल तब उठाया है,जब वह सत्ता से बाहर रही है।यह दर्शाता है कि कांग्रेस की संगठनात्मक कमजोरी को छिपाने के लिए इस तरह के आयोजन किए जा रहे हैं,ताकि कार्यकर्ताओं में कुत्रिम उत्साह भरा जाए और पार्टी की सक्रियता का झूठा प्रदर्शन हो सके। कांग्रेस की रैलियों में स्थानीय मुद्दों को संविधान के खतरे से जोड़कर प्रस्तुत किया जाता है जो कांग्रेस की राजनीतिक अवसरवादिता का परिचायक है।
भवदीय
डॉ. प्रतीक उमरे
पूर्व एल्डरमैन
नगर निगम दुर्ग।