तीन दिवसीय एसएमसी प्रशिक्षण कार्यशाला
अटल आदर्श सीनियर सेकंडरी बालिका विद्यालय 17 से 19 दिसम्बर 2024
अटल आदर्श सीनियर सेकंडरी बालिका विद्यालय में 17 से 19 दिसम्बर 2024 तक तीन दिवसीय एसएमसी (SMC) प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य मुख्य रूप से अध्यापकों और अभिभावकों के बीच शिक्षा के महत्व और नई शिक्षा नीति (NEP 2020) को लेकर चर्चा करना था।
नई शिक्षा नीति के अंतर्गत सभी बच्चों को अनिवार्य और मुफ्त शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए, जो सरकार के सभी विद्यालयों में लागू की गई है। इस नीति को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए हर विद्यालय में एसएमसी टीम का गठन किया गया है, जिसमें शिक्षक, सोशल वर्कर्स और अभिभावक सदस्य होते हैं।
यह तीन दिवसीय एसएमसी प्रशिक्षण, एसएमसी शिक्षक कंवीनर और तीन एसएमसी अभिभावक सदस्यों के लिए आयोजित किया गया था। इस आयोजन में समग्र शिक्षा, SCERT के तहत AABV, गोल मार्केट में 10 स्कूलों (NDMC और नवयुग) के सदस्य उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण के प्रमुख विषय:
1.शिक्षा का अधिकार (RTE): इस विषय पर चर्चा की गई कि प्रत्येक बच्चे को न केवल मुफ्त शिक्षा मिलनी चाहिए, बल्कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी प्रदान की जानी चाहिए।
2.नई शिक्षा नीति (NEP 2020): इस नीति के तहत, बच्चों को समान अवसर प्रदान करना, सभी स्कूलों में डिजिटल कॉल्स की व्यवस्था करना, और दिव्यांग बच्चों को समान शिक्षा देने के लिए विशेष प्रबंध करना आवश्यक है।
3.एसएमसी अभिभावक सदस्य की भूमिका और जिम्मेदारियां: अभिभावकों को उनके बच्चों के समग्र विकास में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए जागरूक किया गया।
4.चैटबॉट उपकरणों का उपयोग: अभिभावकों को अपने बच्चों की शिक्षा में सहयोग देने के लिए विभिन्न चैटबॉट टूल्स की जानकारी दी गई।
5. समग्र विकास: यह सुनिश्चित करने की दिशा में बात की गई कि सभी बच्चों को बिना किसी भेदभाव के उत्तम शिक्षा प्राप्त हो, जिसके लिए मिड-डे मील, मुफ्त किताबें और वर्दी प्रदान की जाती है।
इसके अलावा, दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है ताकि वे भी सामान्य बच्चों की तरह शिक्षा प्राप्त कर सकें।
कार्यशाला में भागीदारी:
इस तीन दिवसीय कार्यशाला में, सभी स्कूलों के शिक्षक और अभिभावक सक्रिय रूप से शामिल हुए और इन सभी मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
कार्यशाला का नेतृत्व:
इस कार्यशाला का नेतृत्व सवित्री तिवारी (CRCC), सीमा शर्मा (CRCC), और नीतु गुप्ता (CRCC) ने किया। उनके मार्गदर्शन में यह कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न हुई।
निष्कर्ष:
यह कार्यशाला न केवल एसएमसी टीम के सदस्यों को नई शिक्षा नीति के बारे में जागरूक करने में सफल रही, बल्कि इसमें भाग लेने वाले अभिभावकों और शिक्षकों ने भी शिक्षा के समग्र विकास के लिए अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को समझा। इस प्रकार, कार्यशाला ने बच्चों की समग्र शिक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।