दुर्ग जिले में अनुकंपा नियुक्ति के मामले निपटाने में देरी पर पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने जताई नाराजगी

दुर्ग जिले में अनुकंपा नियुक्ति के मामले निपटाने में देरी पर पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने जताई नाराजगी

दुर्ग जिले में अनुकंपा नियुक्ति के मामले निपटाने में देरी पर पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने जताई नाराजगी

दुर्ग जिले में अनुकंपा नियुक्ति के मामले निपटाने में देरी पर पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने जताई नाराजगी


दुर्ग नगर निगम के भाजपा के पूर्व एल्डरमैन डॉ.प्रतीक उमरे ने दुर्ग जिले में अनुकंपा नियुक्ति के मामले निपटाने में देरी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अनुकंपा नियुक्ति के आवेदनों पर सुस्त तरीके से नहीं बल्कि उचित समय के भीतर निर्णय लिया जाना चाहिए।मृतक आश्रितों के आवेदनों पर समय रहते विचार तक नहीं किया जाता और वे वर्षों तक ऐसे ही पड़े रहते हैं।जो की पूर्णतः अनुचित है।यदि अनुकंपा नियुक्ति से सम्बंधित नीति का पालन करना है तो यह आवश्यक है कि आवेदनों पर उचित समय में विचार करना होगा।जिससे आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति के लिए लंबे समय तक भटकना ना पड़े।अधिकारियों के सुस्त रवैये के कारण बहुत से लोग अनुकंपा पर नियुक्ति से वंचित हैं।पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आग्रह किया है कि दिवंगत कर्मचारियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति देने के लिए विशेष शिविर लगवाया जाएं जिससे आश्रित को सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों द्वारा किए जा रहे भटकाव एवं परेशानियों से निजात मिल सके।वर्तमान में दुर्ग जिला कार्यालय में सहायक ग्रेड-तीन के पद भी खाली नहीं हैं।जिससे बहुत से आश्रितों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।डॉ. प्रतीक उमरे ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से राजस्थान की तर्ज पर अनुकंपा नियुक्ति के लिए 45 दिनों की समय सीमा निर्धारित करने के साथ नोडल अधिकारी और केस अधिकारी नियुक्त कर उनकी ज़िम्मेदारी तय करने का भी आग्रह किया है।


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