संजीवनी रक्त दाता संघ की पहल से युवाओं का रक्तदान को लेकर बढ़ी कदम

संजीवनी रक्त दाता संघ की पहल से युवाओं का रक्तदान को लेकर बढ़ी कदम

संजीवनी रक्त दाता संघ की पहल से युवाओं का रक्तदान को लेकर बढ़ी कदम

संजीवनी रक्त दाता संघ की पहल से युवाओं का रक्तदान को लेकर बढ़ी कदम

संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह चौहान निशक्त होकर भी सामाजिक क्षेत्र में किया आवाज को बुलंद 


खरोरा-- रक्तदान कर जीवन रक्षक का असल किरदार निभाने वाले संजीवनी रक्त दाता संघ अनवरत धार्मिक, रचनात्मक, एवं सामाजिक क्षेत्र में अनवरत कदम बढ़ा रही हैं आज देखा जावे तो रक्तदान जैसे अमूल्य पुनीत कार्य में योगदान कर उक्त संस्था क्षेत्र में निस्वार्थ सेवा भावना से पैठ बना चुकी है ,इस संस्था के सेवा भावना को नकारा नहीं जा सकता । एक दशक पूर्व से रक्तदान जैसे महान कार्य में लिप्त संजीवनी रक्त दाता संघ के क्रिया कलापों से प्रभावित होकर तिल्दा-नेवरा नगर सहित तिल्दा विकासखंड के अलावा बलौदा बाजार,, धरसीवा विधानसभा सहित द्रुत गति से अन्य बाहरी क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बनाने में मुकाम हासिल कर रक्तदान को लेकर जागरूकता अभियान में भी अलख जगा रहा हैं । संजीवनी रक्त दाता संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह चौहान जो पैर से निशक्त होकर बैसाखी के सहारे स्वयं चलकर दुसरो के लिए बैसाखी बनकर समाज के लिए प्रेरणास्रोत बन चुके हैं , एक छोटे से व्यवसाय के सहारे जीवन यापन करने वाले चौहान समाज के लिए सबक की भूमिका अदा कर रहे हैं । नि:स्वार्थ समाजसेवा को संकल्पित संजीवनी रक्त दाता संघ के सदस्य स्वयं के खर्चों से आवागमन कर तथा अपना किमती समय निकालकर रक्तदान करते हुए लोगों का जीवन रक्षक का कार्य कर रही है ,और सामाजिक क्षेत्र में असल किरदार निभा रहा है । 15 लोगों द्वारा बनाया गया समिति अपनी सेवा परिश्रम अच्छे कार्य के बदौलत आज एनजीओ का रूप ले लिया है एवं ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ शहरी क्षेत्र में भी लोग इससे जुड़ रहे है ।

सामाजिक क्षेत्र में संजीवनी रक्त दाता संघ की कार्यों की हो रही प्रशंसा,वहीं प्रशासनिक तंत्र के मध्य गुमनाम।

सामाजिक, धार्मिक, एवं रचनात्मक गतिविधियों से संलग्न संजीवनी रक्त दाता संघ को क्षेत्र में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है ,चाहे वह स्वास्थ्य से संबंधित हो ,या फिर धार्मिक कार्यों में बढ़ते कदम हो या फिर सामाजिक क्षेत्र में हो फतह हासिल किया है , लेकिन प्रशासनिक तंत्र के पन्नों में गुमनाम है ,नगर की विकास , सामाजिक क्षेत्र से संदर्भित व धार्मिक कार्यक्रमों के मामले में स्थानीय प्रशासन के द्वारा नगर के जनप्रतिनिधियों, सामाजिक क्षेत्र से जुड़े लोगों सुझाव हेतु परिचर्चा में भाग लेने आमंत्रित किया जाता है ,वहीं संजीवनी रक्त दाता संघ जो वर्षों से समाज सेवा में अग्रणी भूमिका निभाते आ रही है ,वह प्रशासनिक फाईल में गुमनाम है , कहां जावे तो जिस मुद्दों को लेकर समाज के लिए समर्पित है,उसी मुद्दों के परिचर्चा पर इस संस्था की सुध नहीं लिया जाता , जिससे ब्यथित संजीवनी रक्त दाता संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह चौहान का कहना है की 15 सदस्यों द्वारा बनाया गया समिति अब एक एनजीओ का रूप ले लिया है । एवं ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ शहरी क्षेत्र में भी लोग इससे जुड़ रहे है । कि हमारी संगठन समाज सेवा के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रही है ,रही बात प्रशासनिक सोच की ,तो वह उसकी मानसिकता पर निर्भर करती है , उन्होंने कहा कि समाज सेवा ही इस संस्था का मूल मंत्र है जिसका जाप करते संजीवनी रक्त दाता संघ अपनी प्रकाश समाज के बीच फैला रही है ।

संस्था का मूल उद्देश्य जमीनी स्तर पर समाज सेवा को प्राथमिकता- ओमप्रकाश सिंह चौहान

संजीवनी रक्त दाता संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह चौहान ने कहा कि संस्था कर्म प्रधानता पर विश्वास ‌
करती है ,हवा हवाई की राजनीति में उक्त संस्था विश्वास नहीं करती , चौहान ने आगे कहा कि मेहनत की पगडंडी भले ही कष्टप्रद होती है लेकिन मंजिलें सुलभ भी होती है जो चिरस्थाई होता है । यही कारण है कि संजीवनी रक्त दाता संघ काफी लंबे वर्षों से अपने मुकाम पर काम करते आगे बढ़ रही है । उन्होंने बताया कि रक्तदान से जहां खून देने वालों को नया खून शरीर में बनते है । जबकि अधिक बीमार व्यक्ति ,खून की कमी व्यक्ति या ऑपरेशन किए हुए व्यक्तियों को खून की आवश्यकता का रक्त की आपूर्ति ,इसी रक्तदान से होता है । यह दान एक महा दान है । संजीवनी रक्तदाता संघ की पहल से युवाओं का रक्तदान को लेकर बढ़ी कदम।

श्री रोहित वर्मा जी की खबर

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