असूअ का चंद्र दिवस एकता भाईचारा प्यार का संदेश है संत लाल साई
श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चकरभाटा में चंद्र दिवस का मेला बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ संपन्न हुआ
कार्यक्रम की शुरुआत रात्रि 8:00 बजे भगवान झूलेलाल बाबा गुरमुखदास जी के फोटो पर माला अर्पण कर बहराणा साहिब की अखंड ज्योत प्रज्वलित करके की गई
कार्यक्रम में बाबा गुरमुख दास सेवा समिति रायपुर के द्वारा भक्ति भरे भजनों की शानदार प्रस्तुति दी गई जिसमें सुनील रामवानी बंटी लालवानी राकेश गोप्लानी श्रीमती मधु जेवानी के द्वारा कई भक्ति भरे भजन गाए
चलो तो चले झूलेलाल के द्वार
बाबा गुरमुखदास आपकी याद आती है आप इस दिल में रहते हो
दिल कहता है बाबा गुरमुख दास वापस आएंगे
पंखिड़ा ओ पंखिड़ा
चलो बुलावा आया है माता ने हमें बुलाया है
झुपत झुपत आवत दाई तोर अंगना मा
जिए साई जिए लाल साई जिए
ऐसे कई भक्ति भरे भजन सुनकर भक्तजन झूमने लगे नाचने लगे
इस अवसर पर सिंधी छेज पर साई जी भक्तों के संग झूमने लगे
साई जी व उनके सुपुत्र वरुण साई जी के द्वारा सिंधी नोका का शानदार प्रदर्शन किया गया
सुप्रसिद्ध ब्रास बैंड द्वारा अपनी धुन से भक्तों का मन मोह लिया
साईं जी के द्वारा अपनी अमृतवाणी में आज चंद्र दिवस एवं नवरात्रि पर्व की भी बधाई दी आज का चंद्र क्यों खास है इसके बारे में बताया
वैसे तो चंद्र हर महा आता है पर आज का चंद्र बड़ा ही खास है क्योंकि अनंत चतुर्थी के दिन भगवान झूलेलाल अपनी साडे 13 साल की उम्र में लीलाएं समाप्त करके अंतर ध्यान
हो गए
उसके बाद जो पहला चंद्र पड़ा वह
आज के ही चंद्र दिवस है जिसे असुअ का चंद्र कहते हैं
इसलिए चेट्री चंद्र के बाद आज का चंद्र बड़ा ही खास है सिंधी समाज के लोगों के लिए भगवान झूलेलाल ने कहा कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं हमेशा आप लोगों के साथ ही हूं जब भी आप लोगों को मेरी जरूरत हो विपदा आए या कोई परेशानी हो तकलीफ हो आप हमेशा मुझे अपने पास पा सकते हैं मैं जल और ज्योत में हमेशा रहूंगा इसीलिए सिंधी समाज के लोग जल और ज्योत की पूजा अर्चना करते हैं और चंद्र के दिन नदी तालाब व नल के पास दीपक जलाते हैं मीठी ताहैयरी का प्रसाद बनाकर रखते हैं व भगवान झूलेलाल से पल्लव पाकर अपने परिवार व देश के लिए सुख शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं
आज के बहराणा साहिब की पूजा विजय दुसेजा के पुत्र गोविंद दुसेजा के जन्म के अवसर पर दूसेजा परिवार के द्वारा कराई गई
कार्यक्रम के आखिर में आरती की गई अरदास की गई विश्व कल्या
ण के लिए पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया इस
बहराणा साहिब सिर पर उठाकर ढोल बाजे के साथ मंदिर से निकलकर तलाब पहुंचे यहां पर विधि विधान के साथ साइ जी के द्वारा बहराणा साहब का विसर्जन किया गया अखंड ज्योत को तराया गया
पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण किया गया
जिसमें घर बैठे हजारों की संख्या में परिजनों ने आज से कार्यक्रम का आनंद लिया इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सीमित संख्या में भक्तजन बिलासपुर रायपुर कोरबा मुंगेली भाटापारा तिल्दा दुर्ग भिलाई राजनादगांव शामिल हुए.
इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में बाबा गुरमुखदास सेवा समिति चकरभाटा बिलासपुर श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप चकरभाटा के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा
श्री विजय दुसेजा जी की खबर